प्रतीक चौहान. रायपुर. करीब 2 क्विंटल गांजा सप्लाई की डील तय होती है. ये डील करीब 20 लाख रुपए में तय होती है. साथ ही ये आश्वासन भी दिया जाता है कि वे आगे भी गांजा सप्लाई में पूरी मदद करेंगे.

पैसों की लेन-देन होती है. मामला एक पत्रकार तक पहुंचता है. पत्रकार भी डील करने वाले पुलिस अधिकारियों अपनी पत्रकारिता की धौंस दिखाते है और उन्हें भी 50 हजार रुपए बतौर रिश्वत के रूप में दी जाती है कि वे खबर अपने टीवी चैनल पर न चलाएं.

इसके बाद एक राजनेता को इस पूरी डील की भनक लगती है. ऐसे में वे भी भला कहा पीछे रहने वाले थे. उन्होंने भी सीधे पर्सेंट की बात की. लेकिन अब ये सारे पुलिस की जांच के दायरे में आ गए है और संभव है कि इसमें कई बड़े खुलासे आगे हो. हालांकि राजनेता का नाम सामने आने के बाद दबाव भी बढ़ गया है.

ये पूरा मामला कोरिया जिले का है. इस मामले में पुलिस ने अब तक एक टीआई समेत कुल 3 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. लल्लूराम डॉट कॉम को भी इस पूरे मामले से जुड़ा एक ऑडियो मिला है. जिसमें एक पुलिस कर्मचारी ड्रग्स बेचने वाले किसी गुड्डू भैया से किसी माल (गांजा) की बात कह रहे है.

हालांकि 20 लाख रुपए की डील में कितनी रकम ड्रग्स माफियाओं ने पुलिस को कब और कैसे पहुंचाई ये जांच का विषय है और पुलिस इस पूरे मामले की जांच भी कर रही है. कोरिया में इस बात की भी काफी चर्चा है कि टीवी पत्रकार को भी पुलिस ने बुलाया था और उससे भी पूछताछ की गई है. हालांकि पत्रकार को अभी पुलिस ने सिर्फ जांच के दायरे में रखा है, लेकिन अभी किसी भी प्रकार का अपराध दर्ज नहीं किया गया है.