Exclusive : सत्या राजपूत, रायपुर. आदर्श एकलव्य आवासीय विद्यालयों की चतुर्थ राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता के लिए रायपुर में बनाए गए राज्य स्तरीय कैंप में भारी अव्यवस्था है. राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं. हॉस्टल के एक-एक हॉल में 50 से ज्यादा खिलाड़ियों को ठहराया गया है. जहां सोने के लिए छोटे गद्दे हैं. ओढ़ने के लिए चादर तक नहीं दी गई है. वॉशरूम की हालत बदतर है, पानी की किल्लत है. नहाने जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए खिलाड़ियों को इंतजार करने को मजबूर हैं. वहीं इस ट्रेनिंग कैंप के जिम्मेदार कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं.


जानकारी के अनुसार, PTRSU परिसर स्थित अखिल भारतीय परिक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र में राज्य स्तरीय ट्रेनिंग कैंप बनाया गया है. जहां करीब 300 खिलाड़ी ठहरे हैं. एथलेटिक्स से लेकर कुश्ती तक विभिन्न विधाओं के इन खिलाड़ियों को आठ नवंबर तक प्रशिक्षण दिया जाना है. यह ओडिशा में 11-15 नवंबर तक आयोजित होने वाले नेशनल टूर्नामेंट में प्रदर्शन करेंगे. लेकिन खिलाड़ियों के ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था बेहद दयनीय बताई जा रही है. एक हॉल में 50 से अधिक खिलाड़ियों को रखा गया है. सोने के लिए जमीन पर जगह दी गई है. एक छोटे गद्दे पर दो-दो खिलाड़ी सोने को मजबूर हैं. रात में ठंड बढ़ने के बावजूद ओढ़ने के लिए चादर तक उपलब्ध नहीं कराई गई है.
खिलाड़ियों का कहना है कि हॉस्टल में वॉशरूम गंदे हैं, पानी की किल्लत है और नहाने के लिए बारी का इंतजार करना पड़ता है. 300 से ज्यादा खिलाड़ी हैं, लेकिन एक ही वॉशरूम की सुविधा है. जिसमें मग और न बाल्टी है. उन्होंने बताया कि सुबह के नाश्ते में खिलाड़ियों को सिर्फ दो केले और पोहा दिया गया, जबकि दूध में अजीब सी बदबू आने के कारण उन्होंने उसे नहीं पीया. पड़ताल में यह भी पता चला कि जो छात्र परीक्षा की तैयारी के लिए पहले से हॉस्टल में रह रहे थे, उन्हें अचानक निकाल दिया गया है. वह हॉस्टल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं और अंदर हमारा बुरा हाल है.

कैंप की अव्यवस्थाओं को लेकर जब कैंप प्रभारी संजय चंदेल से संपर्क किया गया, तो उन्होंने सवाल सुनते ही जवाब देने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा वह प्रभारी नहीं हैं, उन्हें इस बारे में कुछ पता नहीं है, इसलिए वह कुछ नहीं बोल सकते. हालांकि विभाग द्वारा जारी आदेश में सहायक आयुक्त संजय चंदेल को ही इस कैंप का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है.
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