राकेश चतुर्वेदी, भोपाल/खंडवा। जीवनदायिनी नर्मदा, पूज्यनीय नर्मदा.. नर्मदा अपने धार्मिक महत्व के लिए न सिर्फ जानी जाती है बल्कि लाखों करोड़ों की प्यास भी बुझाती है। इसी नर्मदा नदी के तट पर बसा एक शहर एक-एक बूंद पानी के लिए आज मोहताज है। खंडवा में पानी की किल्लत ऐसी कि यहां एक दिन छोड़कर एक दिन पानी सप्लाई हो रहा है। ऐसा भी नहीं कि नर्मदा नाराज है.. सूख गई है.. ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, अगर है तो जिम्मेदारों की लापरवाही।
लल्लूराम डॉट कॉम की टीम जब खंडवा पहुंची तब शहर की जो तस्वीर सामने आई वो बेहद हैरान करने वाली थी। नर्मदा नदी के किनारे बसे शहर में एक दिन छोड़कर एक दिन पानी की सप्लाई की जा रही है। पिछले 4 दिन में यहां सिर्फ एक दिन ही पानी की सप्लाई की गई। दरअसल खंडवा शहर को हर दिन 35 एमएलडी पानी की जरुरत है। यहां एक दिन छोड़कर मिलता है सिर्फ 28 से 30 एमएलडी पानी।
जबकि शहर वासियों की प्यास बुझाने के लिए नर्मदा लाइन पर 150 करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च कर दी गई है। बावजूद इसके लोगों को अपनी रोजमर्रा की जरुरते और प्यास बुझाने के लिए एक दिन का इंतजार करना पड़ता है। इसके पीछे बताया जा रहा है कि यहां कभी भी पाइप लाइन फूट जाती है। महीने भर में 2 से 3 बार पाइप लाइन फूट जाती है। लाइन फूटने पर 3 दिन ही पानी सप्लाई होता है।
खंडवा का विकास छलावे का है
कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि 4 दिन से पानी नहीं आया। नर्मदा किनारे होकर भी खंडवा प्यासा है। खंडवा का विकास छलावे का है।
पाइपलाइन फूट जाती है वो अलग बात है- बीजेपी
उधर इस मामले में बीजेपी का बहुत ही अजीबो-गरीब बयान सामने आया है। बीजेपी का कहना है कि पानी आ रहा है पाइपलाइन फूट जाती है वो अलग बात है। बीजेपी किसान मोर्चा प्रदेश महामंत्री कैलाश पाटीदार ने मामले में अजीबो-गरीब सफाई देते हुए पानी किल्लत पर बोले कि पानी आ रहा है। लेकिन किसी दिन पाइपलाइन फूट जाए वो अलग बात है। कांग्रेस नर्मदा लाइन फूटने को ही मुद्दा बना रही है। लेकिन पाइपलाइन फूटना जनता का मुद्दा नहीं है।
जनता वोट देगी
मामले में शिवराज सरकार के कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह डंग का भी बयान सामने आया है। डंग ने कहा कि टोंटी खोलते ही पानी पहुंचेगा। नर्मदा योजना पर काम चल रहा है। टोंटी खोलते ही लोगों के घरों में पानी पहुंचेगा। जनता इस मुद्दे पर बीजेपी को वोट देगी।