रायपुर. भारत रत्न लता मंगेशकर का रविवार की सुबह 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. मशहूर गायिका लता मंगेशकर की छत्तीसगढ़ से कई यादें जुड़ी हैं. 9 फरवरी 1980 को खैरागढ़ स्थित इंदिरा कला संगीत यूनिवर्सिटी ने लता मंगेशकर को संगीत के क्षेत्र में योगदान के लिए डी-लिट की उपाधि से नवाजा था.

लता मंगेशकर जब खैरागढ़ आईं थीं उस समय इंदिरा कला संगीत यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. अरुण कुमार सेन थे. लता ताई ने 17 साल पहले छत्तीसगढ़ी गीत को भी आवाज दी थी. उन्होंने छत्तीसगढ़ी में एकमात्र गाना भकला फिल्म के लिए ‘छूट जाही अंगना दुवारी’ गाया था, जो उस दौर का काफी चर्चित हुआ था. इसके अलावा दो गाने भी उन्होंने गाया, लेकिन कुछ कारणों से रिलीज नहीं हो पाए.

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‘छूट जाही अंगना दुवारी’ गीत को 22 फरवरी 2005 को मुंबई के स्वरलता स्टूडियो में रिकॉर्ड किया था. साथ ही लोगों को मिठाई खिलाने गीतकार मदन को 50 हजार रुपए दिए थे. शादी की विदाई पर आधारित यह गीत मदन शर्मा लिखा था और संगीतकार कल्याण सेन थे. गीतकार मदन को लता ने फीस की तय रकम 2 लाख में से 50 हजार रुपए मिठाई खाने के लिए लौटाते हुए कहा था कि ये मेरा पहला छत्तीसगढ़ी गीत है तो सबको मेरी तरफ से मिठाई खिलाना.

लता मंगेशकर के साथ तत्कालीन डीएफओ राकेश चतुर्वेदी