शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में जिन चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं उनमें एक सीट पृथ्वीपुर विधानसभा भी है। 1 लाख, 84 हजार 719 मतदाताओं वाले इस विधानसभा में इस दफे सबसे बड़ा मुद्दा पलायन का है। यहां हर घर से एक व्यक्ति काम की तलाश में अपना घर-परिवार छोड़कर अन्य शहरों और राज्यों में नौकरी करने को मजबूर है। इसकी सबसे बड़ी वजह इस विधानसभा क्षेत्र में अभी तक रोजगार का कोई बड़ा साधन मौजूद नहीं है।

इसके साथ ही यहां सिंचाई की सुविधा नहीं होने की वजह से भी इसका असर पलायन पर पड़ा है। केन बेतवा नदी होने के बावजूद किसानों के पास सिंचाई के लिए पानी नहीं है। जिसका असर खेती किसानी के साथ ही रोजगार पर भी पड़ा है। यही वजह है कि यहां से हर घर से एक व्यक्ति काम के सिलसिले में दूसरे शहर या राज्य चले गए हैं।

कभी अल्प वर्षा तो कभी अत्याधिक बारिश ने भी कृषि पर असर डाला है। कुछ दिन पहले हुई बारिश ने किसानों की कटी हुई फसलें बर्बाद हो गई है। बताया तो यह भी जा रहा है कि मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के जो पैसे सीएम शिवराज ने किसानों के खाते में डाले हैं वो भी उन्हें अभी तक नहीं मिले हैं। 2008 से अस्तित्व में आई पृथ्वीपुर विधानसभा के मतदाता 13 साल बाद भी रोजगार की बाट जोह रहे हैं।