रायपुर. राहुल गांधी के निर्देश पर काम करते हुए कांग्रेस ने अगस्त तक ज़्यादातर उम्मीदवार फाइनल करने का फॉर्मूला बना लिया है. पार्टी के उच्चस्थ सूत्रों के मुताबिक 15 अगस्त से 20 अगस्त के बीच पार्टी करीब 50 नाम तय कर लेगी. इन लोगों को पार्टी अपने क्षेत्र में सक्रिय रहने के लिए कह देगी.
दरअसल, राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान प्रभारी पीएल पुनिया और प्रदेश अध्यक्ष को 15 अगस्त तक करीब 90 फीसदी नाम तय करने के लिए निर्देश दिए थे. पार्टी इसके लिए मशक्कत कर रही है. पार्टी के स्क्रीनिंग कमेटी के मुखिया भुवनेश्वर कलिता ने प्रेस कांफ्रेंस में भी कहा था कि अगस्त के आखिरी तक न सिर्फ पहली लिस्ट के नाम फाइनल कर लिए जाएंगे. बल्कि दूसरी लिस्ट भी इसके फौरन बाद तैयार कर ली जाएगी.
चूंकि कांग्रेस में 10 अगस्त तक ब्लॉक अध्यक्षों से नाम लेने हैं. इसके बाद 15 अगस्त तक समन्वयक नामों पर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं के साथ सहमति बनाने को लेकर बैठक करेंगे.सूत्रों के मुताबिक समन्वयकों को निर्देश दिए गए हैं कि बूथ स्तर पर चर्चा के दौरान ही एक ही नाम पर सहमति बन जाए. अगर सहमति बनी तो फिर अपनी रिपोर्ट के साथ उसे पीसीसी को भेजना पड़ेगा. इधर, उम्मीदवारों को अपने आवेदन का एक सेट जिला कांग्रेस कमेटी और एक सेट प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पास जमा करना है. दोनों इकाई अपने स्तर पर प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा शुरु कर देंगे.
सूत्रों के मुताबिक पार्टी के बड़े नेताओं में से ज्यादातर के नाम सिंगल आएंगे. माना जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे, वरिष्ठ विधायक सत्यनाराय़ण शर्मा, धनेंद्र साहू, अमरजीत भगत, रामदयाल उइके, कवासी लकमा, वरिष्ठ नेता चरणदास महंत, मोहम्मद अकबर, शिव डहरिया के नाम ब्लॉक कांग्रेस सिंगल भेजगी. चूंकि राहुल गांधी ने पहले ही सभी बड़े नेताओं को अपने क्षेत्र से चुनाव लड़ने को कह दिया है. लिहाज़ा माना जा रहा है कि ऐसी 25 से 30 सीटें होंगी जहां से सिंगल नाम आएंगे या जिन सीटों पर उम्मीदवार तय करने में पार्टी को ज्यादा दिक्कत नहीं पेश आएगी. जिलाध्यक्ष ये मांग कर चुके हैं कि जहां पार्टी लगातार हार रही है वहां उम्मीदवारों के नाम पहले तय कर दिए जाएं ताकि प्रचार का मौका मिल सके. सूत्रों के मुताबिक इस लिहाज़ से पार्टी पहली लिस्ट में 20 से 25 सीटें ऐसी होंगी जो बीजेपी लगातार जीतती आई है.इस तरह कुल मिलाकर करीब 50 सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस उम्मीदवारों को ग्रीन सिग्नल 15 से 20 अगस्त के बीच दे देगी.
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के सामने दिक्कत ये है कि अगर नामों का ऐलान कर दिया गया तो वहां अभी से बागी सक्रिय हो जाएंगे और कांग्रेस उम्मीदवार को डैमेज करने का मौका मिल जाएगा. यही नहीं, बल्कि विरोधी दल को भी पर्याप्त समय मिल जाएगा. लिहाजा कांग्रेस नामों की आधिकारिक घोषणा नहीं करेगी बल्कि उम्मीदवारों को ग्रीन सिग्नल देकर काम करने को कह दिया जाएगा.
इसके बाद पीसीसी और स्क्रीनिंग कमेटी की एक्सरसाइज़ उन सीटों पर शुरु होगी जहां एक से ज़्यादा दावेदार हैं.