रायपुर. इस बार राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने फिर अपने चीफ मिनिस्टर डा. रमन सिंह पर बड़ा दांव खेला है. रमन की छवि और काम को मुद्दा बनाकर भाजपा फिर से सत्ता में आने की मुहिम में लगी है. छत्तीसगढ़ की राजनीति में डा. रमन सिंह के कद के बराबर शायद ही भाजपा में किसी नेता का कद हो. इस चुनावी बेला में हर कोई अपने नेता के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहता है. हम आपको रमन सिहं के कुछ ऐसे दिलचस्प किस्से सुनाते हैं जो रमन सिंह के करीबियों को भी शायद ही पता हों.
रमन सिंह के पास बीएएमएस की डिग्री है औऱ वे एक डाक्टर हैं ये तो सबको मालूम है लेकिन ये बात बेहद कम लोगों को मालूम होगी कि डा. रमन सिंह का सेलेक्शन एमबीबीएस जैसे प्रतिष्ठित कोर्स के लिए हुआ था औऱ उन्होंने आल इंडिया एग्जाम क्लियर कर इस कोर्स में सेलेक्शन पाया था लेकिन रमन सिंह की उम्र संबंधित क्रायटेरिया में बाधा बन गई. जिसके बाद उन्होंने अगले साल फिर एग्जाम दिया औऱ बीएएमएस कोर्स में एडमिशन लिया. कभी आर्मी हास्पिटल में बतौर डाक्टर काम करने का हौसला पाले रमन देश सेवा करना चाहते थे लेकिन नियति उन्हें राजनीति में ले आई.
आज जिस शख्स के एक इशारे पर राज्य की पुलिस कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहती है. कभी उसी रमन सिंह ने पुलिस की ज्यादतियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था औऱ पुलिस ज्यादती का डटकर विरोध किया था. कवर्धा में मेडिकल प्रैक्टिस करने के दौरान रमन सिंह के करीबी दोस्त को स्थानीय टीआई ने झूठे चार्ज लगाकर गिरफ्तार कर लिया था. रमन सिंह को जब ये बात पता चली तो उन्होंने तुरंत पुलिस की इस हरकत का जमकर विरोध किया औऱ पुलिस के खिलाफ आंदोलन खड़ा कर दिया था.
बहुत कम लोग जानते हैं कि रमन की जिंदगी में गुड-नाइट की क्या अहमियत है. यहां तक कि रमन के करीबी भी गुड-नाइट के बारे में नहीं जानते होंगे. खैरागढ़ के निवासी गुड-नाइट दरअसल नेत्रहीन हैं. गुड-नाइट औऱ रमन का साथ बेहद पुराना है. रमन सिंह जब राजनीति का ककहरा सीख रहे थे गुडनाइट रमन के उस दौर के साथी रहे हैं. रमन के साथ स्कूल जाने से लेकर घूमने फिरने तक हर जगह गुड-नाइट उनके खास यार होते थे. रमन सिंह जिनका नाम सूबे में हरकोई बड़े अदब से लेता है. गुडनाइट के लिए वे रम्मू थे. गुडनाइट रमन सिंह को रम्मू कहकर ही बुलाते थे. गुडनाइट का रमन से लगाव इस कदर था कि वे सिर्फ एहसास करके बता देते थे कि यहां खड़ा शख्स उनका रम्मू है. जब सत्ता में आने के बाद करीब 10 सालों बाद रमन सिंह गुड-नाइट से मिले तो वे चुपचाप अपना परिचय बताए बिना गुडनाइट के बगल में खड़े हो गए. गुडनाइट ने सिर्फ रमन सिंह को छूकर बता दिया कि वो शख्स उनका अपना रम्मू है.
क्रिकेट के बेहद शौकीन रमन सिंह ने कई बार अपने करीबियों से इस बात का खुलासा किया कि उनकी दिली तमन्ना थी कि एक दिन क्रिकेट मैच में वे हैट-ट्रिक लें लेकिन उनकी ये तमन्ना पूरी नहीं हो पाई. भले ही रमन क्रिकेट के मैदान में हैट-ट्रिक न ले पाए हों लेकिन राजनीति के मैदान में उन्होंने तीन बार सरकार बनाकर हैट-ट्रिक जरूर पूरी कर ली.
तो ये थी चुनाव के मैदान से इतर कुछ दिलचस्प बातें जो आप अपने नेता के बारे में जान पाए हमारे जरिए. हम आपको प्रदेश के दिग्गज नेताओं के ऐसे ही दिलचस्प और अनसुने किस्से सुनाते रहेंगे. आपके पसंदीदा नेताओ के बारे में कुछ ऐसी जानकारी जो आप नही जानते लेकिन हम आपको बताएंगे. आप पढ़ते रहें लल्लूराम डॉट कॉम.