दिल्ली. पूर्वी तट रेलवे ने ट्रेनों में स्वच्छता को बढावा देने के मकसद से 36 ट्रेनों में 91 सैनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीनें लगाई हैं। ये सभी महत्वपूर्ण ट्रेनें हैं जो उसके क्षेत्राधिकार पुरी, भुवनेश्वर और विशाखपट्टनम से चलती हैं।

पुरी से चलने वाली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, पुरी-अहमदाबाद एक्सप्रेस, तपस्विनी एक्सप्रेस, पुरी-दुर्ग एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, जगन्नाथ एक्सप्रेस, नीलांचल एक्सप्रेस, पुरी-चेन्नई एक्सप्रेस, पुरी-अजमेर एक्सप्रेस, पुरी-शिरडी एक्सप्रेस सहित 10 ट्रेनों के 35 डिब्बों में ये मशीनें लगाई गई हैं।

इसी तरह से, हीराकुंड एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस सहित भुवनेश्वर से चलने वाली 15 ट्रेनों के 28 डिब्बों में ये सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इनके अलावा, विशाखापट्टनम से चलने वाली 11 ट्रेनों के 23 डिब्बों में इस तरह की मशीनें लगाई गई हैं। पूर्वी तट रेलवे ने अपने क्षेत्र के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर भी सैनेटरी नैपकिन की मशीनें लगाई गई हैं। एक नैपकिन का दाम पांच रुपये रखा गया है।

पिछले वर्ष भी पायलट प्रोजेक्ट के तहत नई दिल्ली से मुबंई के बीच चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस में सेनेटरी पैड डिस्पेंसर लगाए गए थे। भारतीय रेलवे ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ये मशीनें मुंबई-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में लगाए थे। तब से ही कहा जा रहा था कि इस सुविधा को अन्य ट्रेनों में भी शुरू करने किया जा सकता है। पर्यावरण अनुकूल एवं कम कीमत वाले सेनेटरी पैड बनाने के लिए रेलवे महिला कल्याण केंद्रीय संगठन ने दिल्ली में एक यूनिट भी बनाई है।

कुछ समय पहले ही सरकार ने सैनिटरी नैपकिन्स पर जीएसटी खत्म करने किया था। आपको बता दें कि सेनेटरी पैड्स पर जीएसटी की दर पहले 12 फ़ीसदी थी जिसे घटाकर शून्य कर दिया गया था।