राकेश चतुर्वेदी, भोपाल/खंडवा। मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के बीच मतदान से पहले राजनीतिक दलों की चुनाव जीतने की रस्साकसी प्रतियोगिता के बीच ऐसी तस्वीरें भी सामने आ रही है, जो कि सोचने को मजबूर कर देती है। आजादी के 74 बरस बाद भी विकास के दावों के बीच आम जनता मूलभूत जरुरतों के लिए संघर्ष कर रही है। लल्लूराम डॉट कॉम अपनी इसी चुनावी यात्रा के बीच आपको आम जनता की असल समस्याओं से रूबरू करवा रहा है। आज हम चुनाव बहिष्कार के ऐलान की एक और तस्वीर आपके सामने ला रहे हैं। खंडवा लोकसभा के नेपानगर के लोगों ने उपचुनाव के बीच मोर्चा खोल दिया है।

क्षेत्र में वोट मांगने आने वाले नेताओं को यहां के रहवासी रेल नहीं तो वोट नहीं के पोस्टर दिखा रहे हैं। प्रदर्शनकारी नेपानगर में ट्रेन स्टॉपेज की मांग कर कर रहे हैं। नेपानगर से तकरीबन 100 ट्रेनें रोज गुजरती हैं लेकिन उनका यहां स्टॉपेज नहीं है। मात्र दो ट्रेनों पठानकोट और कुशीनगर को ही यहां स्टॉपेज दिया तो जाता है, लेकिन स्टेशन से जनरल टिकट मिलता ही नहीं है।

प्रदर्शनकारी यहांं खंडवा-खरगौन रूट की ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि उनकी यह मांग आज की नहीं बल्कि बरसों पुरानी है। नेपा नगर और आसपास के क्षेत्र में डेढ़ लाख की आबादी रहती है। कोरोना आने के पहले तक यहां दर्जनभर ट्रेन का स्टॉपेज था। करीब 8 हजार लोग यात्रा करते थे।

हम लड़ेंगे लड़ाई और स्टॉपेज बनाएंगे- दिग्विजय सिंह

लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने जब नेपानगर के लोगों की इस लड़ाई और चुनाव बहिष्कार की उनकी घोषणा के मामले को राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह के सामने उठाया तो उन्होंने नेपानगर की लड़ाई लड़ने का आश्वासन दिया। दिग्विजय ने कहा कि मैं राज्यसभा सांसद के नाते रेल की लड़ाई लड़ने को तैयार हूं। हम यहां स्टॉपेज बनाकर ही रहेंगे। हम यहां आकर आंदोलन करेंगे। जो होगा देखा जाएगा।