शिवम मिश्रा. रायपुर. छत्तीसगढ़ के इतिहास में दर्ज हो चुके बहुचर्चित निलंबित आईपीएस जीपी सिंह की आज जेल में दूसरी रात है. एक वक्त ऐसा भी था जब जीपी सिंह की रात शानदार और सुहानी होती थी, लेकिन आज कुछ और ही है… जीपी सिंह की वो रात दूसरी और आज की रात दूसरी है. कहां मखमली बिस्तर में सोने वाले जीपी सिंह, आज सिर्फ बिछाने को जादर और ओढ़ने को कंबल के भरोसे जमीन पर सोए. जीपी सिंह को सिर रखने एक तकिया भी न मिला. तब की बात कुछ और थी जब वे चैन से सोते रहे. लेकिन आज बेचैनी इतनी है कि जीपी सिंह को नींद भी नहीं आ रहीं.

 इस रिपोर्ट में जीपी सिंह की मंगलवार शाम को जेल दाखिल होने से लेकर बुधवार शाम तक की वो पूरी दिनचर्या शामिल है. जिसे जानने के लिए हमारे पाठक उत्सुक रहे हैं. उत्सुकता स्वभाविक है. क्योंकि जब कभी कोई चर्चित मामला रहता है, तो उसके बारे में हर कहानी लोग जानने चाहते हैं.

मंगलवार की देर शाम जीपी सिंह जेल दाखिल हुए. जेल परिसर में दाखिल होने के बाद जीपी सिंह का मेडिकल चेकअप किया गया. चूंकि कोरोना संक्रमणकाल चल रहा है, लिहाजा बाहर से आए हुए जीपी सिंह को क्वारंटाइन कर दिया गया. उन्हें बाकी कैदियों से अलग बैरक में रखा गया. हालांकि उन्हें जो बैरक मिली है, वह महात्मा गांधी को गाली देने के आरोप में बंद बाबा कालीचरण के ठीक बाजू की मिली है.

वक्त बीता और शाम से रात हो गई. रात के वक्त में जीपी सिंह को बैरक में कंबल और चादर ही मिली. जीपी सिंह की पूरी रात मच्छरों के बीच कटी. तड़के सुबह उठते ही जीपी सिंह ने अपनी चादर और कंबल समेटकर प्रार्थना में लग गए. जेल परिसर बंदियों को सुबह नींद से उठाने के लिए बजने वाले सायरन से पहले ही जीपी सिंह उठ चुके थे. जब सुबह 6:40 को उन्हें चाय दी गई. तो जीपी सिंह ने चाय के साथ टोस्ट भी मांगा. चूंकी जेल नियमों में बीमार व्यक्ति को टोस्ट, बिस्किट देने का उल्लेख है, इसीलिए उन्हें चाय के साथ टोस्ट भी दिया गया. सुबह नियमानुसार जीपी सिंह को 11:30 दिन का पहला खाना मिला. जिसमें चावल और दाल ही थी.

निलंबित आईपीएस जीपी सिंह की स्वास्थ्य और सुरक्षा की जिम्मेदारी कोर्ट ने जेल प्रबंधक को दी है. इसीलिए दोपहर 2 बजे तीन डॉक्टरों की टीम के साथ उनका फिर मेडिकल चैकअप किया गया.

डॉक्टरों ने जीपी सिंह का ब्लड प्रैशर, शुगर, शरीर का तापमान और हार्ट बीट देखी और जीपी की रिपोर्ट सामान्य बताई. इस तरह जीपी सिंह कुछ घंटे टहलते ही रहें, और फिर शाम 7: 15 को उन्हें रात का खाना दिया गया है. आय से अधिक संपत्ति के मामले में फसे जीपी सिंह को पूरे 14 दिन जेल में ही बिताना होगा.