रायपुर। सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे शनिवार को पाकिस्तानी सेना के सीज फायर उल्लंघन के दौरान जम्मू-कश्मीर के केरी सेक्टर में शहीद हुए मेजर मोहारकर प्रफुल्ल अंबादास का बताया जा रहा था. लेकिन यह वीडियो शहीद मेजर प्रफुल्ल का नहीं बल्कि 8 साल पुराना है जो कि CRPF के उस बहादुर असिस्टेंट कमांडेंट सतवंत सिंह का है. जो एंटी नक्सल ऑपरेशन के तहत छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पदस्थ थे. इसकी पुष्टि CRPF के DIG रणदीप राणा ने की है, राणा उस दौरान दंतेवाड़ा में पदस्थ थे.
DIG राणा ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि यह मामला 8 जून 2009 का है. पामेड़ इलाके में सीआरपीएफ के जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई थी. नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों के ऊपर हमला कर दिया था. आमने-सामने हुई उस मुठभेड़ में 10 से 12 नक्सली मारे गए थे. वहीं मुठभेड़ में कई सीआरपीएफ के जवान गंभीर रुप से घायल हो गए थे. इस मुठभेड़ में असिस्टेंट कमांडेंट सतवंत सिंह भी घायल हुए थे. उन्हें गोलियां लगी थी उसके बावजूद न सिर्फ वो वहां डटे हुए थे बल्कि अपने साथियों का नेतृत्व भी कर रहे थे. वीडियो में वे अपने साथियों को कह रहे हैं कि लगातार लड़ाई जारी रखने के लिए कह रहे हैं. वीडियो में साफ तौर पर दिख रहा है कि वे जमीन में घायल पड़े हैं और उनके सीने से बहते खून को रोकने के लिए कपड़े से बांधा गया था.
देखिए वह वीडियो
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