रायपुर। शायद अभी भी बहुत से अधिकारी या कर्मचारी या कहिए की परिषद वालें यह मान ही नहीं पा रहे हैं कि अब प्रदेश कांग्रेस की सरकार है भाजपा की नहीं. यही वजह कि कभी धोखे से पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह अपने नेताओं को मंत्री बोल बैठतें तो कभी अधिकारी-कर्मचारी ये भूल जा रहे हैं कि अब कांग्रेस की सरकार है.

जी हां यह चौंकाने वाली खबर सच है. क्योंकि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्य बाल कल्याण परिषद की एक बड़ी गलती सामने आई है. परिषद की ओर से प्रकाशित की गई सरकारी पत्रिका में ऐसी गलती हुई कि पत्रिका को बंटने लोगों से वापस मांगनी पड़ी.

अब आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर ये बड़ी गलती हुई क्या है जिसके चलते पत्रिका बंटने के बाद वापस लेने की नौबत आई. तो सोचिए मत बल्कि ऊपर कि इन तस्वीरों को देखिएं जो कि उसी पत्रिका के पेज हैं जिस पर सरकार ने रोक लगा दी है. इस पत्रिका के पेज में भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का संदेश है. इस संदेश के ऊपर एक मोनो लगा है. यह मोनो भाजपा के पितामह पं.दीनदयाल उपाध्याय का है.  भूपेश सरकार ने सरकारी दस्तावेजों इस मोनों के इस्तेमाल पर रोक लगा चुकी है.

इस बड़ी गलती की जानकारी अधिकारियों को तब हुई जब पत्रिका पुलिस मैदान गणतंत्र समारोह पर बांटी गई. लेकिन जब तक गलती पकड़ में आती बहुत से हाथों में यह पत्रिका बंट चुकी थी. वैसे आपको यह भी बता दे कि राज्य बाल कल्याण परिषद में अध्यक्ष रमन सिंह और कार्यकारी अध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल हैं. इसके साथ ही भाजपा के कई नेता भी इस परिषद में सदस्य हैं.