गरियाबंद। पुलिस ने आज बलौदाबाजार में पदस्थ विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता कुलेश्वर साहू को धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गरियाबंद में अपनी पदस्थापना के दौरान उसने कई लोगों नौकरी पर लगवाने के नाम पर कुल 60 लाख की ठगी को अंजाम दिया था. इतना ही नहीं, उसने रकम के बदले में उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया. खुलासा होने के बाद लोगों ने उससे पैसे वापिस मांगे, लेकिन तब तक आरोपी अभियंता ने गबन किए रुपए भी ऑनलाइन जुए में हार दिए थे. 

जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने पाण्डुका थाना क्षेत्र में रहने वाले महेंद्र साहू से उनके कई रिश्तेदारों को नौकरी लगाने के नाम पर 60 लाख रुपए ठगी की. 3 साल से चल रहे इस खेल में रकम के एवज में आरोपी अफसर ने जाली नियुक्त पत्र भी थमा दिया. नियुक्ति लेने दफ्तर जाने के बाद प्रार्थी के रिश्तेदारों को ठगे जाने का अहसास हुआ तो रकम वापस चक्कर लगाते रहे.

वहीं पैसे ना लौटाने पर पीड़ित महेंद्र साहू ने 14 मई को पाण्डुका थाना में इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने आज आरोपी अभियंता कुलेश्वर साहू के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4),336(3),338,340(2 ) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर आज न्यायालय में पेश किया था, जिसके बाद न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है.

आन लाइन गेम में हारा रकम

एडिशन एसपी जितेंद्र चंद्राकर ने आरोपी से पूछताछ के हवाले बताया कि आरोपी को ऑन लाइन सट्टा का लत लग चुका था.उसने गेम में ठगे गए रकम के अलावा कईयों रुपए हार गए थे. इसलिए वापस नहीं कर पा रहा था.

केवल 40 हजार नगद मिले

आरोपी अफसर के पास से पुलिस ने उसके बलौदा बाजार निवास से  40 हजार नगद, लैपटॉप प्रिंटर और बोलेरा वाहन जप्त किया है. 

फिलहाल इस मामले में पुलिस अन्य तथ्यों की भी जांच कर रही है. यह भी पता लगा रही है कि पाण्डुका के अलावा ठगी के शिकार और कितने लोग हुए.

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