नई दिल्ली। सत्ता के गलियारे में इन दिनों केंद्रीय मंत्रिमंडल में बड़े विस्तार की चर्चा सरगर्म है. विस्तार में अगले वर्ष उत्तर प्रदेश सहित अन्य पांच राज्यों के भविष्य के चुनावी समीकरणों के हिसाब से फिट बैठने वाले चेहरों को स्थान दिया जाएगा. इसके अलावा सहयोगी दलों को भी मंत्रिमंडल में एडजस्ट करने की बात चल रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का के पहले विस्तार को लेकर तमाम लोगों की निगाहें लगी हुई हैं. इसमें उत्तर प्रदेश का कोटा बड़ा रहने की संभावना है, जहां से वरुण गांधी, रामशंकर कठेरिया, अनिल जैन, रीता बहुगुणा जोशी, जफर इस्लाम के अलावा अपना दल की अनुप्रिया पटेल को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.
इनके अलावा मध्यप्रदेश में भाजपा को फिर से सत्ता की चाबी सौंपने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा असम में भाजपा के चुनाव जीतने के बाद भी खुशी-खुशी हेमंत बिस्वा सरमा के लिए मुख्यमंत्री का पद छोड़ने वाले सर्बानंद सोनोवाल को भी मौका मिल सकता है. इसके अलावा उत्तराखंड से अजय भट्ट या अनिल बलूनी को शामिल किए जाने के आसार हैं.
वहीं कर्नाटक से प्रताप सिन्हा, पश्चिम बंगाल से जगन्नाथ सरकार, शांतनु ठाकुर या निसिथ प्रामाणिक. हरियाणा से बृजेंद्र सिंह, राजस्थान से राहुल कासवान, ओडिशा से अश्विनी वैष्णव, महाराष्ट्र से पूनम महाजन या प्रीतम मुंडे या हिना गावित का नाम संभावित सूची शामिल हैं. इनके साथ लिस्ट में दिल्ली से परवेश वर्मा या मीनाक्षी लेखी के अलावा का नाम भी हो सकता है. इनके अलावा महाराष्ट्र से नारायण राणे, भूपेंद्र यादव और एक वरिष्ठ नेता को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है.
जद-यू को मिलेगा मंत्रिमंडल में स्थान
मोदी कैबिनेट में हो रहे विस्तार में अबकी बार जनता दल यूनाइटेड ने बड़ा दांव लगाया है. पिछली बार मंत्रिमंडल के गठन के समय केवल एक सीट दिए से नाराज जद-यू को अबकी बार दो सीटों की उम्मीद है. इसके लिए पार्टी से लल्लन सिंह, रामनाथ ठाकुर और संतोष कुशवाहा को दौड़ में शामिल बताया जा रहा है.