रायपुर. राजधानी रायपुर के मौदहापारा के स्क्रैप कारोबारी मोहम्मद सिराज के हत्या मामले में पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने मृतक का पैसा लूटने के नियत से हत्या की थी. हत्या के बाद ग्राम तेंदुआ में एक पुल के नीचे फेंककर फरार हो गए. पुलिस ने दोनों आरोपी रजा और नीटू सरदार को ग्वालियर से गिरफ्तार किया है. इनके पास से हत्या में प्रयुक्त नैनो कार व लूट गई रकम में से नगदी 72 हजार रूपए जब्त किया गया है.
प्रार्थी गिरिवर दास मानिकपुरी ने थाना आमानाका में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसके परिचित अलोक गौतम निवासी तेंदुआ ने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति देवांगन फैक्ट्री के पीछे रोड किनारे पुलिया के पास मृत हालत में पडा है. प्रार्थी सरपंच दिनेश साहू एवं संजू शर्मा, बलराम यदू के साथ मौके पर पहुंचकर देखा तो एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा हुआ था कि रिपोर्ट पर थाना आमानाका में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया. जांच में पाया गया कि मृतक मो. सिराज निवासी मौदहापारा रायपुर जो स्क्रैप कारोबारी था. मृतक अपने घर से टाटीबंध इलाके में पेमेन्ट करने जाना बताकर निकला था जिसके वापस नहीं आने पर 14 जनवरी को उसके परिजनों द्वारा थाना मौदहापारा में गुम इंसान दर्ज कराया गया. जांच में किसी अज्ञात आरोपी द्वारा मृतक की हत्या करना पाया गया.
वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में थाना आमानाका व थाना मौदहापारा की संयुक्त टीम द्वारा अज्ञात आरोपी की पतासाजी शुरु किया. टीम द्वारा मृतक के परिजनों से मृतक के संबंध में विस्तृत पूछताछ किया गया. टीम द्वारा मृतक के संबंध में तकनीकी विश्लेषण करने के साथ-साथ घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेजों का अवलोकन कर आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे थे. इसी दौरान टीम को सूचना प्राप्त हुई कि मृतक के साथ अंतिम बार मुजाहिद रजा एवं मजिंदर सिंह उर्फ नीटू को देखा गया है. टीम द्वारा मुजाहिद रजा एवं मजिंदर सिंह उर्फ नीटू की पतासाजी प्रारंभ किया गया. इसी दौरान आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि दोनों आरोपी अंतिम बार रायपुर रेलवे स्टेशन पर देखें गए है. जिस पर टीम द्वारा रेलवे स्टेशन व आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेजों का अवलोकन किया गया व आरोपी के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होने पर तत्काल एक टीम ग्वालियर म.प्र. के लिए रवाना किया गया. साथ ही पुलिस अधीक्षक महोदया रायपुर द्वारा ग्वालियर पुलिस अधीक्षक से सपंर्क कर आरोपियों के संबंध में जानकारी साझा कर रायपुर पुलिस टीम के ग्वालियर पहुंचने तक आरोपियों को हिरासत में लेने के लिये बात की गई. जिस पर साझा की गई जानकारी के आधार पर ग्वालियर पुलिस टीम द्वारा छग एक्सप्रेस से आरोपियों को हिरासत में लिया गया और रायपुर पुलिस टीम द्वारा ग्वालियर पहुंचकर आरोपियों को अपने कब्जे में लेकर रायपुर लाया गया.
आरोपी मो. मुजाहिद रजा ने पूछताछ में बताया कि उसका मृतक मो. सिराज के साथ पिछले 2-3 महीने से व्यापार चल रहा था. उसे पैसों की आवश्यकता थी. इसलिए उसने मृतक को लूटने की नियत से पैसे लेकर ट्रक का सौदा दिलाने के नाम पर आमानाका गुरूद्वारा के पास बुलाया था. जहां उसके साथ उसका साथी मजिंदर सिंह उर्फ नीटू भी साथ में था. गुरूद्वारा के पास मृतक की गाड़ी खड़ी कराकर वे उसे अपनी नैनो कार में बैठाकर ट्रक दिखाने के नाम पर ग्राम तेंदुआ की तरफ ले गए और निर्माणाधीन पुल के पास गाड़ी रोककर हथौड़े से मृतक के सर में वार कर उसकी हत्या कर दिया. शव को पुल के नीचे फेंककर फरार हो गए. घटना के बाद पुलिस को गुमराह की नियत से मृतक के मोबाइल को गोंदवारा के नहर रोड के पास फेंक कर चले गए. आरोपियों से घटना में प्रयुक्त नैनो कार व लूट गई रकम में से नगदी 72 हजार रूपए जब्त किया गया है. साथ ही आरोपियों की निशानदेही पर मृतक का मोबाइल फोन व स्कूटी बरामद किया गया है. पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच कर रही है.