रायपुर- बीजेपी सरकार में बेदह कद्दावर रहे पूर्व जनंसपर्क अधिकारी सुकुमार टोप्पो के खर्चों का हिसाब आरटीआई में सामने आया है. खर्चे के हिसाब में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. इस अधिकारी ने सिर्फ तीन महीने मेंं बेशुमार सरकारी पैसे अपनी यात्रा और रहने पर खर्च किए. सिर्फ तीन महीनों में सरकारी खर्चे पर सुकुमार टोप्पो ने करीब चार लाख की यात्राएं की और फाइव स्टार होटल में रुके. इसका खुलासा आरटीआई एक्टिविस्ट उचित शर्मा ने किया है.
25 जून से 17 सितबंर तक एक ट्रेवल एजेंसी सतगुरु ट्रेवल्स को शासन ने जनसंपर्क अधिकारी के तौर पर राजेश सुकुमार टोप्पो के लिए किया है. उसके मुताबिक सुकुमार टोप्पो ने 90 दिन में 23 हवाई यात्राएं की. जिसमें उनके गृहनगर रांची, हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली शामिल है. अभी तक ये साफ नहीं है कि इन जगहों पर टोप्पो ने यात्राएं किस सरकारी काम के लिए की हैं. बड़ा सवाल है कि उन्होंने अपने घर की यात्रा रांची का दौरा किस सरकारी काम के लिए किया था. इसका प्रयोजन क्या था.
सतगुरु ट्रेवल्स का जो बिल सरकार ने पास किया है उसके मुताबिक चंडीगढ़ में 30 अगस्त 2018 को राजेश सुकुमार टोप्पो ने लोकल ट्रांसपोर्ट का बिल 73,636 रुपयों का दिखाया है. यानि अगर उन्होंने 20 रुपये किलोमीटर के हिसाब से भी यात्रा की होगी तो उस दिन वे करीब पौने चार हज़ार किलोमीटर की चंडीगढ़ में यात्री की होगी. सतगुरु ट्रेवल्स के इनवाइस के मुताबिक दिल्ली में उनके एक दिन का रुकने का खर्चा करीब 20 हज़ार रुपये का है. बिल में दिखाया गया है कि वे 15 अक्टूबर 2018 को दिल्ली के जेडब्ल्यू मेरियट में रुके. मज़ेदार बात है कि सतगुरु ट्रेवल्स ने इस खर्चे को पास कराने के लिए होटल का बिल नहीं लगाया बल्कि अपनी कंपनी का लगाया और विभाग ने ये बिल भी पास कर दिया.
जो बिल सतगुरु ट्रेवल्स ने राजेश सुकुमार टोप्पो के खर्चे के लिए पास कराया है, उसके इस बात के साफ संकेत मिलते हैं कि बिलों के भुगतान में जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों और ट्रेवल्स में जबर्दस्त सांठगांठ बन गई थी.
दरअसल, आरटीआई एक्टिविस्ट और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता उचित शर्मा ने बीजेपी सरकार में चांदी काटने वाले अधिकारियों के बिल निकाले हैं. जिससे इस गड़बड़झाले का खुलासा हुआ है. उचित शर्मा का कहना है कि आईएएस होने के नाते सुकुमार टोप्पो इकोनॉमिक क्लास में सफर करने के हक़दार थे. लेकिन वो बिजनेस और एक्सक्यूटिव क्लास में सफर करते थे. नियमत: टोप्पो किसी गेस्ट हाऊस न होने की स्थिति में ही होटल में रुक सकते हैं. उचित शर्मा का कहना है कि जनसंपर्क विभाग में इसलिए इतना भ्रष्टाचार हो सकता है क्योंकि यहां के खर्चों का ऑडिट कैग नहीं करती है.
इसी तरह से 25 जून 2018 को सुकुमार टोप्पो ने हवाई यात्रा की जिसका बिल करीब साढ़े अठारह हज़ार रुपये है. 25 जून से 17 सितंबर यानि करीब तीन महीनों के दौरान दूसरे शहरों की हवाई यात्रा और रुकने में सतगुरु ट्रेवल्स ने सुकुमार टोप्पो का करीब 3 लाख 88 हज़ार रुपयों का बिल बनाया है. जिसे शासन ने पारित कर दिया था. इस दौरान उन्होंने करीब 22 हवाई यात्राएं की. इनवाइस के मुताबिक सुकुमार टोप्पो 30 अगस्त को चंडीगढ़ में थे. सतगुरु ट्रेवल्स ने यहां एक दिन में उन्हें 73 हज़ार रुपये की लोकल यात्रा कराई.