स्पोर्ट्स डेस्क. भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने न्यूजीलैंड के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट (India-New Zealand bilateral cricket) रिश्तों की सराहना करते हुए कहा है कि देश में इस खेल के विकास में योगदान के लिए भारत हमेशा पूर्व कोच जॉन राइट और स्टीफन फ्लेमिंग का आभारी रहेगा. आधिकारिक यात्रा पर न्यूजीलैंड आए जयशंकर ने कहा कि क्रिकेट के मैदान पर दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग का उदाहरण है, जिसका अन्य देश अनुसरण कर सकते हैं.

जयशंकर ने कहा कि हमारे पास क्रिकेट के क्षेत्र में सहयोग का भी अच्छा उदाहरण है. भारत में कोई भी कभी जॉन राइट को नहीं भूल पाएगा. या जो आईपीएल (IPL) देखता हो वह स्टीफन फ्लेमिंग की अनदेखी नहीं कर सकता. क्रिकेट के साथ हम सभी को शुभकामनाएं देते हैं. फिर भले ही हम चाहते हैं कि हमारी टीम जीते.

जॉन राइट की प्रशंसा

जॉन राइट 2000 से 2005 तक भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रहे. वह भारतीय टीम से जुड़ने वाले पहले विदेशी कोच थे. उन्होंने 2010 से 2012 तक न्यूजीलैंड टीम को भी कोचिंग दी. उनके मार्गदर्शन में भारत 2003 में वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंचा. जिसकी मेजबानी दक्षिण अफ्रीका, जिंबाब्वे और कीनिया ने संयुक्त रूप से की थी. वह 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग टीम मुंबई इंडियन्स के कोच भी रहे और टीम ने उनके मार्गदर्शन में खिताब जीता. वह इसके बाद 7 वर्षों तक IPL की सबसे सफल टीम के साथ काम करते रहे.

पहले खिलाड़ी बाद में कोच

संन्यास के बाद फ्लेमिंग 2008 में चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेले. वह अगले वर्ष टीम के खिलाड़ी सह कोच बने. फ्लेमिंग के मार्गदर्शन में चेन्नई सुपरकिंग्स ने शुरुआती 6 वर्षों में 2 IPL खिताब जीते और 2 बार टीम उप विजेता रही. टीम ने इस दौरान एक बार चैम्पियन्स लीग T20 खिताब भी जीता. चेन्नई सुपरकिंग्स के 2 वर्ष के प्रतिबंध के बाद वापसी करने पर उन्होंने भी 2018 में कोच के रूप में वापसी की. उनके मार्गदर्शन में टीम ने 2018 और 2021 में 2 और IPL खिताब जीते और उन्हें T20 टूर्नामेंट के सबसे सफल कोच में शुमार किया जाता है.

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