उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक अजब-गजब मामला सामने आया है। यहां की रहने वाली माधुरी ने FIR में आरोप लगाया कि इसी साल 6 मई को चंद्रकली की बेटी और उनके परिवार के लोगों ने प्लॉट का गेट तोड़ दिया और वहां हो रहा निर्माण कार्य रुकवा दिया। माधुरी के मुताबिक उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई और 10 लाख रुपये की मांग की गई। कहा गया कि रूपए नहीं दोगे तो प्लॉट पर मकान नहीं बना पाओगे।

FIR में माधुरी का ये भी आरोप है कि 110 साल की चंद्रकली, उनकी बेटी ममता दुबे और बाकी लोग मिर्जापुर के पुराने बाशिंदे हैं और इलाके में ‘वसूली गैंग’ चलाते हैं। बिना 5 से 10 लाख रुपए लिए इलाके में कोई मकान नहीं बनने देते।

मामला दो पक्षों के बीच एक मकान को लेकर छिड़े विवाद से जुड़ा है। महिला और उनके परिवार के खिलाफ FIR दर्ज होने के बाद उनकी बेटी उन्हें लेकर कानपुर के पुलिस कमिश्नर के पास शिकायत करने पहुंचीं। जिसके बाद जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक बुजुर्ग महिला का नाम चंद्रकली तिवारी है। वो कानपुर के मिर्जापुर इलाके की रहने वाली हैं। ये इलाका कल्याणपुर थाने के अंतर्गत आता है। चंद्रकली के परिवार का माधुरी तिवारी नाम की महिला और उनके पति बिंदुप्रकाश तिवारी से एक मकान को लेकर विवाद चल रहा है। इसी को लेकर चंद्रकली और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगने के आरोप में केस दर्ज कर लिया गया।