रायपुर। बीजापुर के शिविर में मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद बिगड़ी मरीजों के नेत्रों की परेशानी लगभग दूर हो गई है. सभी को पूरा स्वस्थ होने के बाद बीजापुर भेजने की तैयारी है. आंखों में इंफेक्शन की शिकायत के बाद आंबेडकर अस्पताल लाए गए एक मरीज को कार्निया ट्रांसप्लांट किया गया था. शेष मरीज दवा से ठीक हो गए. इस मामले में आंखों में शिकायत की वजह ऑपरेशन के बाद बरती जाने वाली सावधानी में कोताही को माना गया था.


बता दें, बीजापुर के जिला अस्पताल के शिविर में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने वालों को दस दिन पहले विभिन्न तरह की शिकायत पर आंबेडकर अस्पताल लाया गया था. इस दौरान शिविर में लापरवाही का आरोप भी लगाया गया था. मामले में गठित कमेटी ने विभिन्न पहलुओं पर जांच के बाद पाया कि जांच में शिविर में उपयोग होने वाली दवा में कमियां नहीं थी. वहां के डाक्टरों ने भी नियमों का पालन कर सर्जरी थी. अंत में यह निष्कर्ष निकाला गया था कि मरीजों ने लापरवाही बरती थी जिसकी वजह से उनकी आंखों में इंफेक्शन हो गया था.
रायपुर लाए गए एक मरीज का कार्निया ट्रांसप्लांट करना पड़ा था, जबकि अन्य का इलाज दवाओं के उपयोग से हो गया था. अंधत्व निवारण कार्यक्रम की नोडल अधिकारी के मुताबिक मरीजों को अभी आंबेडकर अस्पताल में रखा गया है और उनके पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद वापस बीजापुर भेजा जाएगा.

