दिल्ली। अब जब सबकुछ डिजिटल हो चला है तो इस डिजिटल दौर में राजनीतिक दलों ने भी डिजिटल मीडिया में जमकर प्रचार और विज्ञापन पर पैसा फूंकना शुरू किया है। इस दौड़ में फिलहाल भाजपा सबसे आगे चल रही है।
सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने एक साल में 4.61 करोड रूपए का विज्ञापन फेसबुक को दिया है जबकि कांग्रेस ने इस अवधि में फेसबुक को 1.84 करोड़ रुपये के विज्ञापन दिए हैं। अभी नई नवेली राजनीति पार्टी आम आदमी पार्टी भी इस दौड़ में पीछे नहीं है। फेसबुक को विज्ञापन देने में ये तीसरे नंबर पर है। डिजिटल विज्ञापन के विवरण को देखा जाए तो इसमें कांग्रस और आम आदमी पार्टी पीछे है। फेसबुक के राजनीतिक विज्ञापनों की कैटेगरी में टॉप 10 की लिस्ट में आम आदमी पार्टी का भी नाम शामिल है जिसने फेसबुक को करीब 69 लाख रुपये के विज्ञापन दिए हैं।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक फरवरी 2019 से अब तक फेसबुक इंडिया को इस राजनीतिक विज्ञापन की कैटेगरी के तहत कुल 59.65 करोड़ रुपये के विज्ञापन दिए गए हैं। ये विज्ञापन सिर्फ वेबसाइट और इसके एप पर ही नहीं बल्कि फेसबुक के अन्य प्लेटफॉर्म जैसे इंस्टाग्राम, ऑडिएंस नेटवर्क और मैसेंजर पर भी मिले हैं। यदि सारे पेजों को मिलाकर दिए गए विज्ञापन की बात की जाए तो भाजपा की तरफ से दिए गए विज्ञापनों पर कुल खर्च 10.17 करोड़ रुपये बैठता है। भाजपा के खर्च के आगे कोई दल नहीं टिकता है।