मनोज यादव, कोरबा. मदर्स डे के मौके पर एक मां के लिए इससे बड़ा दुख और क्या होगा कि युवा बेटा मां से आशीर्वाद लेने के बजाय उससे हमेशा-हमेशा के लिए इतना दूर चला जाएगा कि दोबारा उसके वापस लौटने की कोई संभावना ही नहीं बचेगी. रामपुर बस्ती में रहने वाले स्कूली छात्र ने 10वीं कक्षा में फेल होने के बाद फांसी लगा ली.
रामपुर बस्ती में रहने वाला कक्षा दसवीं का छात्र 17 वर्षीय अर्जुन ने अपने घर में फांसी लगा ली. इस दौरान उसके माता-पिता और भाई वैवाहिक कार्यक्रम में गए हुए थे. घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक परिजन फांसी पर लटके छात्र को जीवित समझ उसे अस्पताल लेकर पहुंच गए थे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. मौत से पहले छात्र ने व्हाट्सएप में संदेश के जरिए अपने इस कदम के लिए परिजन और दोस्तों से भी माफी मांगी.
क्षेत्र के जनप्रतिनिधि पालू राम साहू ने बताया कि अर्जुन दसवीं का छात्र था. परीक्षा परिणाम निकला तो वह फेल हो गया था. आशंका इस बात की जताई जा रही है कि हताशा-निराशा और अवसाद से घिरे अर्जुन ने दुखी होकर यह कदम उठाया. अब सवाल यह है कि शासन-प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी खराब परीक्षा के बाद बच्चें आत्मघाती कदम क्यों उठा रहे हैं.