ज्ञान खरे, पामगढ़. जांजगीर चाम्पा जिले के पामगढ़ थाना क्षेत्र में पिछले तीन महीने में हुई सिलसिलेवार आगजनी की वारदातों का आरोपी और उसका सहयोगी अब सलाखों के पीछे पहुंच चुका है. पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल में तैनात है और प्रेम में असफल होने की वजह से वह इस तरह के वारदात को अंजाम दे रहा था. आरोपी को पकड़ने में पेट्रोल पंप का सीसीटीवी फुटेज अहम सुराग बना.

गौरतलब है कि आरोपी के द्वारा 12 फरवरी को पेट्रोल डालकर पामगढ़ के एक घर में आग लगाने से मां और उसके दो बच्चों के आग में झुलसने के बाद पुलिसियां जांच तेज हुई थी. जिसके बाद आस पास के पेट्रोल पम्प का फुटेज खंगाला गया जिसमें दोनों आरोपियों की पहचान हो सकी. पामगढ़ पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए सीएफ के जवान आरोपी दुर्गेश पाटले और उसके सहयोगी गोविंद पाटले को गिरफ्तार किया है.

पूछताछ में आरोपियों ने इसके अलावा तीन अन्य आगजनी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया है. जिसमें तकरीबन 8 बाइक जलकर खाक हो गई थी. एक सशस्त्र बल के जवान के आरोपी बनने के पीछे की मुख्य वजह असफल प्रेम कहानी है. आरोपी दुर्गेश पाटले जो कि नरियरा का रहने वाला है. एक युवती से प्रेम करता था मगर लड़की का परिवार जो कि पामगढ़ में रहता है. आरोपी दुर्गेश को पसंद नहीं करता था. जिसकी वजह से लड़की का परिवार जहां पर भी किराएं में रहता वहां आरोपी दुर्गेश आगजनी की घटना को अंजाम देने लगा.

इन आगजनी की घटनाओं की वजह से पामगढ़ क्षेत्र के लोग दहशत में जीवन जीने मजबूर थे. वहीं आगजनी की ये घटनाएं पुलिस के लिए भी सिर दर्द बन चुकी थी.