पटना। राजधानी की एयरपोर्ट पर शुक्रवार को शक के आधार पर जांच के दौरान दो फर्जी CBI अधिकारी गिरफ्तार किए गए। एयरपोर्ट पुलिस को किसी ने फोन कर बताया था कि दो संदिग्ध युवक रोजाना कैंपस में देखे जाते हैं और खुद को बातचीत में CBI अधिकारी बताते हैं। उनके पास एक पल्सर बाइक भी मिली जिस पर केंद्रीय खुफिया ब्यूरो का नकली स्टिकर लगा था। सूचना के बाद पुलिस ने दोनों को रोका और पूछताछ की, जिसमें वे तुरंत पकड़े गए। उन्हें गिरफ्तार कर एयरपोर्ट थाने लाया गया जहां SDPO सचिवालय डॉ. अनु कुमारी ने भी पूछताछ की। इसी दौरान एक बड़े फर्जी नेटवर्क का खुलासा हुआ।

दोनों की हुई पहचान

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हिमांशु कुमार (42) और सत्यानंद कुमार (45) के रूप में हुई। दोनों लगभग डेढ़ साल पहले पश्चिम बंगाल के वर्द्धमान निवासी शोहेल मिर्जा के संपर्क में आए थे, जो इस गैंग का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। मिर्जा इनके लिए काम और टारगेट तय करता था। उससे पहले सोनपुर का सैयद खालिद अहमद इस गैंग में शामिल हुआ था, जिसे दूसरा सबसे महत्वपूर्ण सदस्य बताया गया है। पिछले डेढ़ साल से यह नेटवर्क बिहार में एक्टिव है।

फर्जी अधिकारी बनकर घूम रहे

दोनों आरोपी फर्जी CBI आईडी कार्ड लेकर मार्केट और शहर के विभिन्न इलाकों में घूमा करते थे। पूछताछ में उन्होंने कबूल किया कि गैंग के कई और सदस्य भी फर्जी अधिकारी बनकर घूम रहे हैं और सभी को नकली आईडी व ड्रेस दी गई है। गैंग का मुख्य काम लोगों को CBI के नाम पर डराकर पैसे ऐंठना और ठगी करना है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से यह नेटवर्क काम करता था।

तीन फर्जी सीबीआई अधिकारियों की तलाश

गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को तीन अन्य सदस्यों शोहेल मिर्जा, सैयद खालिद अहमद और डीके वर्मा के नाम और नंबर दिए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम बनाई गई है।