कुमार इन्दर, जबलपुर। मध्य प्रदेश में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में गिरफ्तार आरोपी सरबजीत सिंह मोखा के एक के बाद एक कारनामे उजागर हो रहे हैं. एसआईटी की जांच में खुलासा हुआ कि सिटी हॉस्पिटल के डायरेक्टर मोखा ने एक फर्जी आईडी के जरिए नकली रेमडेसिविर की खेप जबलपुर बुलवाई थी. यह फर्जी आईडी मोखा के बेटे हरकरण ने उपलब्ध कराई थी. अब पुलिस मोखा के बेटे से भी इस मामले में पूछताछ करेंगी.

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में गिरफ्तार सिटी अस्पताल का मैडनेजर देवेश चौरसिया ने फर्जी आईडी के बारे में खुलासा किया. उसने पुलिस की पूछताछ में मोखा के बेटे का नाम लिया है. वहीं इंदौर से गिफ्तार आरोपी प्रखर कोहली ने भी यही बयान दिया था.

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जानकारी के मुताबिक फर्जी आईडी को लेकर अब पुलिस सिटी अस्पताल का संचालक सरबजीत सिंह मोखा के बेटे हरकरण से भी पूछताछ करेगी. वहीं इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड आरोपी पुनीत शाह और कौशल बोरा को भी पूछताछ के लिए ओमती पुलिस गुजरात से जबलपुर लाने की तैयारी कर रही है. इस मामले में दोनों आरोपियों का प्रोडक्शन वारंट न्यायालय ने जारी कर दिया है.

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गौरतलब है कि नकली रेमडेसिविर मामले की जांच में इंदौर पुलिस द्वारा गिरफ्तार प्रखर कोहली से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि कोहली ने मोखा के कहने पर इंदौर से इंजेक्शन की खेप जबलपुर भेजी थी. जिस आईडी पर इंदौर के अम्बे ट्रैवल्स की बस से इंजेक्शन की खेप जबलपुर भेजी गई, वो जांच में फर्जी पाई गई है.

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