नकली किडनी डोनेट करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ हो गया है. इस मामले में पुलिस ने तीन विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी ने बड़े-बड़े अस्पतालों की फर्जी वेबसाइट बना रखा था. इन्ही वेबसाइट्स के जरिए वो किडनी डोनर और प्राप्तकर्ता दोनों को निशाना बनाया करता था.

बता दें कि पूरा मामला कर्नाटक के बेंगलुरु का है. यहां पुलिस ने नकली किडनी डोनेट करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मिमी उर्फ मिरेकल, कोवा कॉलिन्स और घाना से मैथ्यू इनोसेंट के रूप में हुई है. आरोपी व्यक्तियों ने बेंगलुरु के सागर अस्पताल की एक फर्जी वेबसाइट बनाई थी और किडनी डोनर या प्राप्तकर्ता के लिए शिकार पकड़ रहे थे.

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अस्पताल के अधिकारियों ने इस संबंध में एचएसआर लेआउट के साइबर इकोनॉमिक एंड नारकोटिक्स क्राइम (सीईएन) पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी. जांच करने वाले अधिकारियों ने आरोपी को अमृतल्ली इलाके के एक अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया है. आरोपी ने दानदाताओं के लिए प्रति किडनी 4 करोड़ रुपए की पेशकश की और रजिस्ट्रेशन शुल्क के रूप में लाखों रुपए लिए.

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बता दें कि आरोपी ने विभिन्न अन्य प्रक्रियाओं के लिए भी लोगों से पैसे लिए और पीड़ितों के साथ व्हाट्सएप के माध्यम से संवाद किया. उसने पीड़ितों और दाताओं को यह कहकर धोखा दिया कि उनका पैसा पहले ही जमा कर दिया गया है, लेकिन उन्हें अपने खाते में भुगतान स्थानांतरित करने से पहले जमा राशि का 30 प्रतिशत देना आवश्यक है. पुलिस ने पीड़ितों से आगे आकर शिकायत दर्ज कराने की अपील की है.