अमित पांडेय, डोंगरगढ़. डोंगरगढ़ के करवारी से लतमर्रा गांव जाने वाली सड़क पर सुनसान इलाके में एक फार्म हाउस से जब पुलिस ने 27.32 लाख रुपये की अवैध शराब जब्त की, उस वक्त यह महज एक शराब तस्करी का मामला नहीं लगा. यहां बरामद सामान देख पुलिस भी चौंक गई. मध्यप्रदेश से लाई गई शराब, हजारों की संख्या में खाली बोतलें, नकली होलोग्राम, सीलिंग रोल और ब्रांडेड शराब के स्टीकर, सब यह बताने के लिए काफी था कि यह सिर्फ एक गोदाम नहीं, बल्कि नकली शराब की फैक्ट्री थी. फरार आरोपी रोहित उर्फ सोनू नेताम का यह फार्म हाउस तस्करी और जालसाजी का पूरा गढ़ था.

शराब को नए लेबल और सीलिंग के साथ छत्तीसगढ़ ब्रांड बनाकर बेचा जाता था. खास बात यह कि इस पूरे खेल में आरोपी ने हाई-टेक सिक्योरिटी सिस्टम लगा रखा था. फार्म हाउस के चारों ओर सीसीटीवी कैमरे और वाई-फाई कनेक्शन था, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की भनक लगते ही आरोपी फरार हो सके. लेकिन पुलिस की अचानक रेड ने उसके पूरे नेटवर्क की पोल खोल दी.

सरकारी नियंत्रण के बावजूद कार्रवाई में मिले थे नकली सील और ब्रांडेड स्टीकर

अवैध शराब फैक्ट्री के खेल में सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतनी बड़ी मात्रा में शराब मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ तक कैसे पहुंची और किसी को खबर तक नहीं लगी? क्या यह महज एक छिपा हुआ धंधा था, या फिर इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था? शराब के साथ मिली हजारों खाली बोतलें, नकली होलोग्राम और सीलिंग रोल साफ इशारा कर रहे हैं कि यहां सिर्फ तस्करी नहीं हो रही थी, बल्कि नकली शराब बनाने का धंधा भी चल रहा था. सवाल यह भी उठता है कि नकली होलोग्राम और सील आखिर पहुंचे कैसे? छत्तीसगढ़ में शराब की बिक्री पूरी तरह सरकारी नियंत्रण में होती है. इसके बावजूद, यहां नकली सील और ब्रांडेड स्टीकर खुलेआम उपलब्ध थे. 

पुलिस की कार्रवाई के बाद भी कई सवाल

पुलिस की कार्रवाई के बाद भी कई सवाल अधूरे हैं. जब फार्म हाउस में हाई-टेक सीसीटीवी लगे थे, तो पुलिस ने डीवीआर से फुटेज निकालकर बाकी आरोपियों की पहचान क्यों नहीं की? क्या सच में पुलिस पूरे नेटवर्क को खत्म करना चाहती है या फिर सिर्फ दिखावे की कार्रवाई की जा रही है. 

जल्द गिरफ्तार होगा फरार आरोपी : एसपी मोहित गर्ग

पूरे मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया की मुखबिर सूचना पर पुलिस ने ये बड़ी कार्रवाई की है, करवारी स्थित रोहित नेताम के फ़ार्म हाउस से 432 पेटी मध्यप्रदेश की शराब और छत्तीसगढ़ आबकारी का होलोग्राम मिला, फरार आरोपी रोहित नेताम आदतन अपराधी है. पहले भी उसके खिलाफ कई मामले दर्ज है, जल्दी ही उसकी गिरफ़्तारी कर ली जाएगी.

फिलहाल पुलिस मामले में फरार आरोपी की तलाश में जुटी हुई. इस पूरे खेल का पर्दाफाश होने के लिए नेटवर्क की जड़ तक जरूरी है. यह मामला अब सिर्फ एक शराब तस्करी तक सीमित नहीं, बल्कि पुलिस और रसूखदारों की मिलीभगत की पड़ताल का भी है.