सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर. रेलवे डीएलएस और डीआरएम ऑफिस के कर्मचारियों से करोड़ों रुपए की ठगी हो गई. करीब 70 कर्मचारियों के नाम पर फर्जी तरीके से 6 करोड़ का होम लोन ले लिया. और किसी को खबर तक नहीं हुई. इस वारदात को दो आरोपियों ने शातिर तरीके से अंजाम दिया. दोनों रेलवे का ही कर्मचारी है. आरोपी का नाम डी श्रीधर और आर नगपुरु है. दोनों डीजल लोको सेड में कार्यरत है.
बैंक से कॉल आने पर हुआ ठगी का खुलासा
जब कर्मचारियों के पास बैंक से कॉल आना शुरू हुआ तब कर्मचारियों को इस बात की जानकारी हुई. इस मामले में दिलचस्प बात ये कि आरोपी ने सभी डॉक्यूमेंट में अपने फोटो लगाए. इंडियन ओवर सीज बैंक, एक्सिस बैंक, यूनियन बैंकों से लोन लिया गया.
रेलवे के एक कर्मचारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि मेरे नाम पर 17 लाख का लोन लिया गया है. हमें बैंक मैनेजर से पता चला, जब उन्होंने कॉल किया कि आपने लोन लिया है. मेरे डॉक्यूमेंट से 17 लाख का लोन, किसी कर्मचारी से 26 लाख का लोन लिया गया है. करीब डेढ़ सालों से यह खेल चल रहा था और लोन भी पटाया जा रहा था, लेकिन अभी दो-तीन महीनों से लोन नहीं पटाया जा रहा था. आरोपी का नाम डीश्रीधर और आर नगपुरु है, जिसने करीब 70 कर्मचारियों से लोन लिया है.
शिकायतकर्ता ने बताया कि हम लोग इस मामले में एफआईआर करने आए हुए हैं, लेकिन एफआईआर नहीं हुआ है बोले खमतराई थाने में जाइए. वहां वाले यहां भेजते हैं उधर वाले यहां भेजते हैं लोन निकालने के लिए हमारे नाम से फर्जी डॉक्यूमेंट बना लिए और जमा करके लोन भी निकाल लिये. फिलहाल इस मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की है.