भुवनेश्वर : राज्य में बहुत सारी नकली दवाईयां बिक रही हैं। बाहरी राज्यों से नकली दवाईयां ओडिशा आ रही हैं। जिंक सल्फेट, सोडियम लैक्टेट का स्तर खराब क्वालिटी का पाया गया। मरीजों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है.
हेपारिन सोडियम इंजेक्शन का प्रभाव कम पाया गया है। नकली दवाईयां उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, कोलकाता और हैदराबाद से आ रही हैं। तीन वर्षों में 103 दवाईयां घटिया गुणवत्ता वाली पाई गईं। स्वास्थ्य मंत्री ने विधानसभा में लिखित जवाब पेश किया है।
विधानसभा में विधायक सुधीर रंजन पटाया ने स्वास्थ्य मंत्री से पूछा कि पिछले तीन वित्तीय वर्षों में ओडिशा फार्मास्यूटिकल्स कॉरपोरेशन द्वारा राज्य के भीतर और बाहर कितनी दवाएं और चिकित्सा उपकरण खरीदे गए हैं। इन दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की गुणवत्ता की जांच के लिए क्या नीतियां अपनाई गई हैं? घटिया दवाइयां सप्लाई करने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है?
- पंजाब केसरी भवन की मनमानी : रात दो बजे तक डीजे बजने से पढ़ाई करने वाले बच्चे और वार्डवासी परेशान, पार्षद ने एसपी से की शिकायत
- प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित हुई MP की साइबर तहसील पहल, PM मोदी से राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव ने प्राप्त किया पुरस्कार
- मजदूरों के लिए साय सरकार की नई पहल : श्रमिकों को कारखाना परिसर में ही मिलेगा आवासीय सुविधा, बढ़ेगी औद्योगिक उत्पादकता और कार्यक्षमता
- ‘इतना बड़ा मामला नहीं कि अखिलेश आएं…’, बालिका से दुष्कर्म मामले पर रामजीलाल सुमन ने दिया विवादित बयान
- KKR vs GT IPL 2025: कोलकाता ने गुजरात के खिलाफ जीता टॉस, पहले गेंदबाज़ी का किया फैसला, देखें दोनों टीमों की प्लेइंग 11 और मैच से जुड़ी सभी ज़रूरी अपडेट्स