समीर शेख, बड़वानी। बड़वानी में पिछले कुछ सालों से फर्जी वृद्धाश्रम चलाए जाने का खुलासा हुआ है। इस फर्जी वृद्धाश्रम को सरकार से हर साल लाखों रुपए की राशि आबंटित की जा रही थी। मामले का भंडाफोड़ होने के बाद संचालकों के खिलाफ जिला प्रशासन ने एफआईआर दर्ज कराया है।
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एसडीएम की जांच के बाद मामले में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जिसके मुताबिक बड़वानी के वृद्धाश्रम संचालन करने के लिए किराए की महिलाएं लाई जाती थी। और इन्हीं महिलाओं के सहारे यह फर्जी आश्रम चलाया जाता था। एसडीएम की जांच के बाद इस आश्रम का खुलासा हुआ। जिला कलेक्टर शिवराज वर्मा के निर्देश के बाद मंगलवार को सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी बड़वानी कोतवाली थाने पहुंचे और वहां पहुंचकर वृद्धा आश्रम संचालन कर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई।
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बता दें कि नवलपुरा में वृंदावन वृद्धा आश्रम नाम से वृद्धा आश्रम संचालित किया जा रहा था। जिसको 1 साल में 11 लाख रुपए की राशि आबंटित की गई थी। वहीं दूसरे साल भी लाखों रुपए की राशि आबंटित किया जाना था। जिसको लेकर जांच करने एसडीम घनश्याम धनगर वृद्ध आश्रम पहुंचे थे। जिसके बाद किराए की महिलाओं के सहारे चलाए जा रहे आश्रम की पोल खुली। जिसके बाद से लगातार संचालन कर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई देखने को मिल रही है और अब सामाजिक न्याय विभाग द्वारा वृद्धा आश्रम संचालन कर्ताओं के खिलाफ एफआईआर करवाई जा रही है।
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