हेमंत शर्मा, इंदौर। शहर में नकली एसडीएम नीलम पाराशर पर तेजाजी नगर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। दरअसल फर्जी एसडीएम नीलम पाराशर ने पास में रहने वाली ललिता वास्केल से सोने की चेन, मंगलसूत्र, टॉप्स और पेंडल शादी में पहनने के लिए मांगा था। जिसे ललिता द्वारा नकली एसडीएम नीलम पाराशर को दे दिया। बार-बार गहने मांगने पर भी गहने वापस नहीं किए।
कुछ दिन बाद जानकारी मिली कि नीलम पाराशर को इंदौर क्राइम ब्रांच ने नकली एसडीएम बन कर ठगी करने के मामले में गिरफ्तार किया है। जिसके बाद ललिता वास्कले ने पति जगदीश के साथ तेजाजी नगर थाना पहुंचकर पूरे मामले की शिकायत की। पुलिस ने धारा 420 और 406 के तहत एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। ललिता के मुताबिक 5 साल पहले भी नीलम ने उनसे गहने उधार लिए थे और समय पर उसे लौटा दिए थे। जिसके चलते नीलम पर विश्वास हो गया था। जिसके बाद जब नीलम ने दोबारा गहने मांगे तो उसे गहने दे दिए पर नीलम ने गहने नहीं लौटाए।
संदीप शर्मा विदिशा। आंगनबाड़ी मे भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फरियादी प्रदीप प्रजापति व अन्य लोगों ने कोतवाली में एक आवेदन दिया था। जिसमें बताया गया कि चेतन दुबे ने उक्त लोगों को आंगनबाड़ी में भर्ती कराने के नाम पर फर्जी सूची दिखाकर रुपए ठग लिए है। आवेदन की जांच की गई जिसके बाद चेतन के खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने आरोपी चेतन दुबे उर्फ चंद्रप्रकाश शर्मा पिता राधेश्याम 39 साल निवासी पीतांबरा मूड़रा थाना नटेरन को गिरफ्तार किया है।पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। आरोपी करीब 15 लोगों से 50-50 हजार रुपए ठगे थे। आरोपी के पास से फर्जी दस्तावेज व सील भी जब्त की गई। उसे न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।
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