रायपुर. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कांग्रेस की उस शिकायत पर कार्रवाई करने में असर्थता ज़ाहिर की है जिसमें कांग्रेस ने प्रदेश में 2 लाख फर्जी मतदाता होने की बात कही थी. मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुब्रत साहू ने कहा कि कांग्रेस ने जो शिकायत की थी उसमें केवल संख्या थी, नाम नहीं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस उन मतदाताओं के नाम दे जो फर्जी तौर पर शामिल हैं. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने ये बात प्रेस कांफ्रेंस में पूछे गए सवाल के जवाब में कही.
द पालिटिक्स डॉट इन की जानकारी के आधार पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने आरोप लगाया था कि पिछला चुनाव बीजेपी ने इन्हीं फर्जी मतदाताओं के जरिए जीता था. इसके बाद पार्टी ने इसकी शिकायत आयोग से की थी.  सुब्रत साहू के बयान पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि अभी फर्जी मतदाताओं की पूरी डिटेल निकाली जा रही है. दो-चार दिन में सभी नाम के साथ डिटेल शिकायत फिर से आयोग से की जाएगी.
 सुब्रत साहू ने बिलासपुर और सुकमा कलेक्टर को निर्वाचन के काम से अलग रखने पर कहा कि शिकायत की जांच की जा रही है.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने संकेत दिये हैं कि छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव ईवीएम और वीवीपैड से ही होंगे. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले बीजेपी के अलावा सभी राजनीतिक दलों ने बैलट से चुनाव कराने की मांग की थी. साहू ने मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें नहीं लगता कि मौजूदा परिस्थियों में ईवीएम और वीवीपैड के अलावा किसी अन्य विकल्प से चुनाव हो पाएंगे.
मीडिया को संबोधित करते हुए साहू ने जानकारी दी कि दूसरे दौर के मतदाता पुनरीक्षण के कार्य के बाद प्रदेश में करीब एक करोड़ 82 लाख मतदाता हैं. चुनाव आयोग ने इसकी जानकारी एक प्रेस कांफ्रेंस के बाद दी. राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने बताया कि दूसरे दौरा का मतदाता पुनरीक्षण का काम 7 सितंबर को पूरा हो गया. साहू ने बताया कि 20 सितंबर तक दावा आपत्तियों का निराकरण होगा. इसके बाद मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 27 सितंबर होगा. उन्होंने कहा कि इसके बाद भी कोई नाम जोड़वाना चाहता है तो वो निर्धारित प्रारुप में रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के कार्यालय में ऑफलाइन एनवीएसपी पोर्टल पर आनलाइन एप्लीकेशन कर सकता है. आयोग ने कहा है कि सभी राजनीतिक दल बूथ स्तर के एजेंट नियुक्त करें.