आगरा। कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन में विद्यार्थियों के लिए इंटरनेट एक बहुमूल्य साधन रहा है। वहीं 2021 के शिक्षा सत्र का सेशन का अन्त होने जा रहा है और अब 2021 में होने वाली परिक्षाएं भी नजदिक ही है। इंटरनेट में पढ़ाई के साथ कुछ खुराफातियों का सबसे बड़ा हथियार बन गया है।
वह इसके जरिए विद्यार्थियों को बरगलाने और भ्रामक सूचनाएं फैलाकर बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुटे विद्यार्थियों को भ्रमित कर रहे हैं। अब उन्होंने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की बोर्ड परीक्षा 2021 को लेकर एक फर्जी संदेश वायरल किया जा रहा है, जिसमें परीक्षा में पास होने के लिए अंक फीसद कम होने का भ्रम फैलाया गया है।
इंटरनेट मीडिया पर एक संदेश वायरल हो रहा है, जिसमें सीबीएसई 10वीं और 12वीं की परीक्षा 2021 पास करने के लिए पासिंग फीसद 33 फीसद की जगह 23 फीसद करने की बात की गई है। भ्रम फैलाने वाले यह भी दावा कर रहे हैं कि यह आदेश शिक्षा मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण के कारण प्रभावित विद्यार्थियों की पढ़ाई में राहत देने के लिए थोड़ी देर पहले ही जारी किया है।
इस की जानकारी होने पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के पीआईबी फेक्ट चैक ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्विट कर बताया कि सीबीएसई परीक्षा 2021 में पास फीसदी को लेकर विद्यार्थियों के बीच भ्रमित करने वाला संदेश फैलाया जा रहा है। शिक्षा मंत्रालय ने ऐसा कोई भी बदलाव नहीं किया है।
मामले में सीबीएसई के सिटी कार्डिनेटर डॉ. रामानंद चौहान का कहना है कि इस समय इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे नोटिफिकेशन में कौन-सा सही है और कौन-सा गलत, इसकी जानकारी लेटर देखकर करना संभव नहीं। इसलिए यदि सीबीएसई से जुड़े किसी भी आदेश या नोटिफिकेशन को देखना है, तो सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर दिखाए जाने वाले आदेशों को ही सही मानें, अन्य को नहीं।