फिल्म इंडस्ट्री से एक बार फिर दुखद खबर सामने आ रही है. इंडस्ट्री के फेमस डायरेक्टर श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) का निधन हो गया है. उन्होंने 90 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. खबर है कि श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) लंबे समय से बीमार थे. मशहूर फिल्म मेकर लंबे समय से बढ़ती उम्र के कारण अस्वस्थ चल रहे थे. उनकी बेटी पिया बेनेगल ने मीडिया से इस खबर की पुष्टि की और बताया कि एक दिन ऐसा होना तय था.

श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) (जन्म 14 दिसंबर, 1934) हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध निर्देशक हैं. अंकुर, निशांत, मंथन और भूमिका जैसी फिल्मों के लिये चर्चित बेनेगल समानांतर सिनेमा के अग्रणी निर्देशकों में शुमार किये जाते हैं.

बता दें कि श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) को भारत सरकार ने 1976 में पद्म श्री और 1991 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था. उनकी सफल फिल्मों में मंथन, जुबैदा और सरदारी बेगम शामिल हैं. साल 2007 में वे अपने योगदान के लिये भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाज़े गये. सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फीचर फिल्म के लिये राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार पाँच बार जीतने वाले वे एकमात्र फिल्म निर्देशक हैं. श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) को भारत सरकार द्वारा सन 1991 में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था. ये महाराष्ट्र से हैं.

श्याम बेनेगल ने अपने करियर की शुरुआत विज्ञापन फिल्मों के निर्देशन से की. बाद में उन्होंने फीचर फिल्मों का निर्देशन शुरू किया. उनकी पहली महत्वपूर्ण फ़िल्म ‘अंकुर’ (1974) थी, जो काफी सराही गई और इसे राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला.

उनकी अन्य चर्चित फिल्में:

निशांत (1975)
मंथन (1976)
भूमिका (1977)
जुनून (1978)
त्रिकाल (1985)
सरदारी बेगम (1996)
वेलकम टू सज्जनपुर (2008)
ज़ुबैदा (2001)
उनकी फिल्मों में सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को बड़े संवेदनशील तरीके से प्रस्तुत किया जाता है.