फरीदकोट की स्थानीय ड्रीम सिटी में एक घर के बाहर बेंच पर बैठने को लेकर झगड़े में एएसआई के बेटे की हत्या कर दी गई। युवक बीच बचाव करने आया था।

मृतक की पहचान ड्रीम सिटी निवासी तेजिंदर सिंह के रूप में हुई। इस विवाद में हत्या के मुख्य आरोपी को भी गंभीर चोटें लगी है और दूसरे पक्ष के 5 अन्य भी घायल हुए है जिन्हें गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।

मृतक के पिता बलदेव सिंह के बयान पर थाना सिटी पुलिस ने मुख्य आरोपी संदीप उर्फ बोनी व उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अस्पताल में दाखिल मुख्य आरोपी की निगरानी में पुलिस तैनात कर दी है।

Faridkot: ASI’s son murdered in a fight over sitting on the bench outside the house

पुलिस को दिए बयान में पंजाब पुलिस की 6, आईआरबी बटालियन में तैनात एएसआई बलदेव सिंह ने बताया कि वह पिछले 5-6 साल से अपने परिवार के साथ ड्री सिटी में रहा है। उसका छोटा बेटा तेजिंदर सिंह भी उनके साथ रहता था। उनके घर के बाहर गली में एक बेंच रखा हुआ है जिसपर अक्सर ही कालोनी के लोग बैठ जाते है।

पांच अक्तूबर को इस बेंच पर लखविंदर सिंह सोढ़ी के बेटे अर्शदीप सिंह व जसनदीप सिंह बैठे थे जिन्हें उनके घर के पास रहने वाले संदीप उर्फ बोनी ने उठा दिया था। 6 अक्टूबर की रात करीब साढ़े 9 बजे बोनी ने लखविंदर सिंह के दोनों बेटों को फिर रोका और आपस में लड़ाई झगड़ा करने लगे। इस दौरान बलदेव के बेटे तेजिंदर सिंह ने बीच बचाव करना चाहा तो बोनी व उसके अज्ञात साथी उसी पर टूट पड़े। इस दौरान लखविंदर सिंह व उसकी माता भी वहां पहुंच गए। आरोपियों ने लखविंदर सिंह, उसकी माता, दोनों बेटों के अलावा तेजिंदर सिंह व मोहित कक्कड़ पर तेजधार हथियारों व बेसबाल से हमला कर दिया और उनके शोर मचाने पर आरोपी मौके से फरार हो गए। सभी घायलों को मेडिकल अस्पताल में दाखिल करवाया गया जहां डॉक्टर ने तेजिंदर सिंह को मृत घोषित कर दिया। थाना सिटी के एसएचओ इंस्पेक्टर गुलजिंदरपाल सिंह सेखों ने बताया कि पुलिस ने बलदेव सिंह के बयान पर आरोपी संदीप उर्फ बोनी व अज्ञात साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।