मानसा, पंजाब। टिकरी बॉर्डर पर एक ओर किसान की मौत हो गई है. किसान पिछले लंबे समय से किसान आंदोलन में हिस्सा ले रहा था और सप्ताह पहले ही यहां आया था. मृतक की पहचान महिंदर सिंह निवासी गांव रल्ला जिला मानसा के तौर पर हुई है. 60 साल के महिंदर सिंह ने शादी नहीं की थी और अपने गांव में रहता था.

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उसके साथी किसानों के अनुसार, वह रात को टेंट में सोया था. जब सुबह उसे उठाने की कोशिश की गई, तो वह नहीं उठा. पुलिस को इसकी खबर दे दी गई है. महिंदर सिंह की मौत के बाद टिकरी बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन कादियां के टेंट में और उनके गांव में शोक की लहर दौड़ गई है.

किसान आंदोलन में शामिल हो रहे 800 लोगों ने एक साल में गंवाई जान

कृषि कानूनों को लेकर किसान एक साल से दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर बैठे हुए हैं. इस दौरान अब तक 800 मौतें हो चुकी हैं और 600 से ज्यादा अकेले पंजाब से हैं. इस 26 नवंबर को आंदोलन को पूरा एक साल हो जाएगा. सैकड़ों किसान यहां सालभर से डटे हुए हैं. दिल्ली में ठंड काफी पड़ती है. ऐसे में सर्दी के मौसम में सबसे अधिक मौतें होती हैं और इसके बाद हालात बिगड़ सकते हैं.