चंडीगढ़. न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे किसानों पर शंभू, खनौरी और डबवाली बार्डर पर हरियाणा पुलिस के साथ हुए टकराव के बाद अब पंजाब की बड़ी किसान जत्थेबंदियां इस संघर्ष में कूद पड़ी हैं.

भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) ने विरोध में 15 फरवरी को 7 जगहों पर 4 घंटे तक रेल रोकों आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है. बीकेयू उगराहां के नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने एक वीडियो जारी कर स्पष्ट किया है कि किसान जत्थेंदियां जिन मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रही हैं वह संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की मांगें हैं और इसमें कोई गलत नहीं है.

जिस प्रकार से बार्डर पर किसानों पर आंसू गैस के गोले और रबड़ की गोलियां चलाई हैं इसकी वजह से बहुत सारे किसान जख्मी हुए हैं. उन्होंने घटना की कड़ी निंदा करते हुए स्पष्ट किया कि इसके विरोध में उनकी जत्थेबंदी 15 फरवरी को पंजाब में 7 जगहों पर दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक रेल रोको आंदोलन करेगी. उगराहां ने 6 जिलों में ट्रेन रोकने का ऐलान किया है जिसमें लुधियाना, अमृतसर, बठिंडा, बरनाला, फतेहगढ़ साहिब और मोगा शामिल है.