नई दिल्ली। कृषि बिल को लेकर विभिन्न किसान संगठन आज देशव्यापी आंदोलन कर रहे हैं. पंजाब में जहां किसान पटरी पर बैठ गए हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में किसानों ने नोयडा-दिल्ली मार्ग को जाम कर दिया है. इसी तरह हरियाणा,बिहार के अलावा कर्नाटक में भी किसान नए कानून को लेकर अलग-अलग तरीके से अपना विरोध व्यक्त कर रहे हैं.

पंजाब में किसानों का प्रदर्शन का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. प्रदेश में सवा सौ से ज्यादा स्थानों में किसानों के प्रदर्शन की खबर है, जिसकी वजह से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित हुई है. इस प्रदर्शन को केवल कांग्रेस पार्टी का ही समर्थन नहीं है, बल्कि पंजाबी गायक हरभजन सिंह मान,रंजीत बावा, कुलविंदर बिल्ला, शिवजोत, अवकाश मान और दलजीत दोसांज जैसे कलाकार भी समर्थन दे रहे हैं.

पंजाब में हरभजन सिंह मान के साथ अन्य कलाकार प्रदर्शन में शामिल हुए.

उत्तर प्रदेश की बात करें तो किसानों का विरोध प्रदर्शन मुख्यत: पश्चिम उत्तर प्रदेश तक सिमटा हुआ है. किसानों ने दिल्ली सीमा के समीप प्रदर्शन करते हुए दिल्ली-नोयडा मार्ग को बंद कर दिया है. आवाजाही व्यवस्था को सुचारू करने के लिए पुलिस अपनी मशक्कत कर रही है. नोयडा के अतिरिक्त डीसीपी ने बताया कि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए ट्रैफिक को डायवर्ट किया जा रहा है.

ट्रैक्टर चलाते हुए प्रदर्शन में शामिल हुए राजद नेता तेजस्वी यादव.
वहीं बिहार में कृषि बिलों के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने पटना में ट्रैक्टर चलाकर बिलों के खिलाफ अपना विरोध जताया. इसके पहले उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने फंडदाताओं के ​जरिए अन्नदाताओं को कठपु​तली बनाने का काम किया है, ये पूरी तरह किसान विरोधी बिल हैं. इस सरकार ने ऐसा कोई भी सेक्टर छोड़ने का काम नहीं किया जिसका इन्होंने निजीकरण न किया हो. एमएसपी का कहीं भी विधेयक में जिक्र नहीं है.
प्रधानमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं को दिया मंत्र
दीन दयाल उपाध्याय जयंती पर भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसानों को ऐसे कानूनों में उलझाकर रखा गया, जिसके कारण वो अपनी ही उपज को, अपने मन मुताबिक बेच भी नहीं सकता था। नतीजा ये हुआ कि उपज बढ़ने के बावजूद किसानों की आमदनी उतनी नहीं बढ़ी. हां, उन पर कर्ज जरूर बढ़ता गया. उन्होंने कहा कि किसानों से जिन्होंने हमेशा झूठ बोला है वो लोग इन दिनों अपने राजनीतिक स्वार्थ की वजह से किसानों के कंधे पर बंदूक फोड़ रहे हैं. किसानों को भ्रमित करने में लगे हैं, ये लोग अफवाहें फैला रहे हैं. उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से किसानों तक पहुंचकर उन्हें नए कृषि सुधार कानून के बारे में सरल भाषा में समझाने का आह्वान किया.