रायपुर- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे ने मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि- प्रदेश में किसान मर रहे हैं और मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह सरोज पांडेय के साथ सुआ नृत्य में मटक रहे हैं. चौबे का यह बयान उस वक्त सामने आया, जब दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल होने के बाद रायपुर पहुंचे थे.
रविंद्र चौबे ने कहा कि राहुल गांधी ने गुजरात चुनाव में हुए उन अनुभवों को साझा किया, जिसमें बीजेपी की सीटें घटी और कांग्रेस को चुनाव में बड़ा फायदा मिला. उन्होंने छत्तीसगढ़ में मिल जुलकर काम करने के निर्देश दिए हैं. चौबे ने बताया कि नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस को किस तरह से तैयारी में जुटना है, रोड मैप तैयार करना है, रणनीति बनानी है, इन तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई है. यह चर्चा छत्तीसगढ़ के लिए लाभदायक साबित होगी. रविंद्र चौबे ने कहा कि सरकार के खिलाफ ढेरों मुद्दे कांग्रेस के पास हैं. भ्रष्टाचार सबसे बड़ा मुद्दा है. इसके अलावा किसानों की जमीन कम हुई है, कृषि का रकबा घटा है. ऐसे कई मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे.
चौबे ने कहा कि- इनवेस्टमेंट के नाम पर मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह आस्ट्रेलिया गए थे. इससे पहले अफ्रीका-अमेरिका की यात्रा कर चुके हैं. राज्य में इनवेस्टर्स मीट का भी आयोजन किया गया था, जिसमें 2 लाख 80 हजार करोड़ रूपए के निवेश के एमओयू किए गए थे. बावजूद इसके एक नए पैसे का इनवेस्टमेंट नहीं आया.
संवेदनहीन है बीजेपी सरकार- भूपेश बघेल
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम ने दुनिया भर का दौरा कर लिया. अब जिस तरह से आस्ट्रेलिया में जाकर खनन कारोबारियों से उन्होंने मुलाकात की है, इससे लगता है कि आदिवासियों की जमीनों को लेकर लाया गया विधेयक जंगल में रह रहे आदिवासियों को उजाड़कर उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए था. बघेल ने कहा कि- रमन सरकार दावा करती रही है कि नक्सली बैकफुट पर हैं, लेकिन गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले और सीएम के जगदलपुर रवाना होने के चंद घंटे पहले नक्सली हमला करते हैं. शर्मनाक पहलू यह है कि शहीद के शव परिजनों तक पहुंच नहीं पाया था और मुख्यमंत्री जगदलपुर में रैली में शामिल होकर खुशी मना रहे हैं. संवेदनशील होते तो रैली रद्द कर सकते थे. शासकीय पैसे से जुटाई गई भीड़ रैली के लिए बुलाई गई. बघेल ने कहा कि रमन सरकार को संवेदना से कोई लेना देना नहीं है. यहां किसान आत्महत्या कर रहे हैं, मजदूर पलायन कर रहे हैं. और सरकार जश्न मना रही है.