भूपेन्द्र सिंह चौहान,रायगढ़– जिले में एसईसीएल के भू विस्थापितों को रोजगार नहीं मिलने से किसानों का एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है. रायगढ़ जिले के छाल क्षेत्र में अपना जमीन एसईसीएल को देने वाले भू विस्थापित किसानों ने रोजगार की अपनी पुरानी मांग को लेकर सैकड़ों की संख्या में कलेक्ट्रेट पहुँचे. किसानों ने एसईसीएल प्रबंधन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और नियमों के तहत खदान में रोजगार मुहैया कराने की मांग की है.
लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में एसईसीएल से भूविस्थापित हुए किसान संतोष सिंह ने बताया कि उनकी जमीन
एसईसीएल के कोल खदान के लिए अधिग्रहित की गई है.अधिग्रहण के समय एसईसीएल प्रबंधन की ओर से वादा किया गया था कि भूविस्थापित परिवार के सदस्यों को माइंस में नौकरी मुहैया कराई जायेगी, लेकिन एसईसीएल प्रबंधन लगातार वादाखिलाफी कर रहा है और उन्हें नौकरी नहीं दी जा रही है.
किसानों ने बताया कि उन्होंने भू-अर्जन की राशि तो प्राप्त कर लिया है. किसानों ने बताया कि नियमानुसार कोल इंडिया पुनर्वास नीति 2012 के तहत उनके परिजनों को योग्यता के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया जाना था,लेकिन आज 2 साल बीत जाने के बाद भी एसईसीएल प्रबंधन द्वारा भू-विस्थापितों को रोजगार नहीं दी गई है. कई बैठक होने के बाद भी प्रबंधन द्वारा टाल मटोल की जा रही है. किसानों के मुताबिक 5 गांव के किसानों की भूमि अर्जित की गई है जबकि 405 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया था, लेकिन बार बार ध्यान आकृष्ट करने के बाद भी एसईसीएल के अधिकारी मनमानी पर उतारु हैं. भू-विस्थापित किसानों ने कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में कहा हैं कि यदि उंन्हे रोजगार नहीं दी जाती तो वे आगे एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.इस मामले पर एसईसीएल के जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहें हैं.