सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। धान बेचने के लिए पंजीयन के अंतिम दिन किसान भटकते रहे. एक तरफ सहकारी समिति में कार्यरत कर्मचारियों-अधिकारियों का अनिश्चतकालीन आंदोलन और ऊपर से दिवाली और छठ पर्व की छुट्टियों की वजह से किसान पंजीयन नहीं करा पाए हैं. ऐसे में प्रभावित किसान पंजीयन की तारीख में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं.

किसान नेता पारसनाथ साहू और देश के युवा अवार्ड से सम्मानित किसान नितेश साहू ने कहा कि किसान हित को देखते हुए सरकार ने 10 दिन का पंजीयन डेट बढ़ाया था, लेकिन इस दौरान दिवाली छुट्टी, उसके बाद साप्ताहिक अवकाश फिर अंतिम दिन में छट पर्व की छुट्टी के कारण इसका फायदा किसानों को नहीं मिल पाया है. किसानों की परेशानी को देखते हुए सरकार को किसान हित में कुछ दिनों के लिए पंजीयन की तारीख में और बढ़ोतरी की जानी चाहिए.

वहीं खाद्य विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार दस दिन के लिए पंजीयन का डेट बढ़ाया गया था, जिसका आज अंतिम दिन है. पिछले साल की बात करें तो प्रदेश में 21 लाख 50 हज़ार किसान पंजीकृत थे. वहीं 2 नवम्बर की स्थिति में 1 लाख 17 हज़ार नए किसान पंजीकृत हुए हैं. इस तरह अब प्रदेश में 22 लाख 70 हज़ार लगभग किसान पंजीकृत हो चुके हैं.