किसान आंदोलन में जान गवांए शुभकरण का पोस्टमार्टम होने के बाद शव उनके गृह ग्राम भेजा गया, लेकिन इन सबके बीच बड़ी संख्या में किसान आंदोलन में बैठे किसानों ने उन्हें नम आंखों से बिदाई दी।शुभकरण की मौत के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। एफआईआर होने के बाद शुभकरण का पोस्टमार्टम हुआ और इसके बाद शव को दातासिहं वाला बॉर्डर लाया गया।

शुभकरण का शव बार्डर पर लाने के बाद यहां बेहद भावुक माहोल देखने मिला। कई किसानों की आखें नम नजर आईं। बड़ी संख्या में जुटे किसान ने शुभकरण को श्रद्धांजलि अर्पित किया। दातासिंह वाला बॉर्डर पर वीरवार को शुभकरण का शव पहुंचा। जिसके बाद बॉर्डर पर मौजूद सभी किसान नेताओं और किसानों ने शुभकरण को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस दौरान मौजूद किसानों ने किसान शुभकरण अमर रहे के नारे लगाए और सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की। इसके बाद शुभकरण के शव को उसके पेतृक बल्लो गांव में ले जाया जाएगा और अतिंम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान काफी संख्या में हरियाणा और पंजाब के किसान मौजूद रहे।

बता दें कि 21 फरवरी को किसानों के दिल्ली कूच की कॉल पर करीब 11.30 बजे पुलिस प्रशासन व किसानों के बीच टकराव हो गया था। जिसके चलते शुभकरण को गोली सिर में गोली लगी थी और ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी ।