दिल्ली। केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन का आज आठवां दिन है. सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी किसान पिघले नहीं है, बल्कि उनका आंदोलन और बड़ा होते जा रहा है. लगातार किसान आंदोलन में देश भर से किसान दिल्ली पहुँच रहे हैं.
इस बीच आज सरकार एक बार किसानों को मनाने के लिए बैठक करेगी. मोदी सरकार के मंत्रियों के साथ आज दोपहर किसानों के साथ चौथे दौर की बैठक होगी. इस बैठक में 32 किसान संगठन और तीन संयुक्त मोर्चा के किसान नेता शामिल होंगे. ये सभी लोग सुबह 10 बजे बस में बैठकर विज्ञान भवन के लिए रवाना होंगे. सभी किसान संगठन तीनों कृषि कानून को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं. वहीं सरकार बीच का रास्त निकालने की कोशिश कर रही है.
किसान नेताओं ने मोदी सरकार से यह साफ कह दिया है कि वे तब तक आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे, जब तक सरकार कानून रद्द करने की बात नहीं कहेगी. किसानों ने संसद का विशेष सत्र बुलाकर कानून रद्द करने की मांग की है.
बता दें कि दिल्ली से हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ लगने वाली कई सीमाओं पर किसान पिछले आठ दिनों से धरने पर बैठे हैं. सिंघु बॉर्डर पर हजारों किसान डेरा डाले हुए हैं, जबकि कई अन्य समूहों ने टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और चिल्ला बॉर्डर पर आवागमन को रोक दिया है.
कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. किसानों को आज केंद्र सरकार के साथ होने वाली बैठक से काफी उम्मीदें हैं. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमें उम्मीद है कि फैसला हमारे हक में जाएगा. इतनी संख्या में किसान पंजाब, हरियाणा, यूपी से यहां पहुंच रहे हैं.”