धमतरी। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जयंती के अवसर पर आज पूरे देश में राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. जिसके तहत दिल्ली के बॉर्डर पर कारपोरेट (कृषि) बिल के वापसी के लिए आंदोलनरत संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर देश के प्रत्येक जिला मुख्यालय पर कम से कम 11 किसानों का एक दिवसीय उपवास का कार्यक्रम रखा गया है.

इसी क्रम में राष्ट्रीय किसान मोर्चा एवं राष्ट्रीय मतदाता जागृति मंच के संयुक्त तत्वावधान में धमतरी जिला के 22 किसान अधिवक्ता शत्रुहन सिंह साहू, संजय चंद्राकर टिकेश्वर साहू, अशफाक अली हाशमी, भुनेश्वर साहू, रसूल खान, गोपी किशन साहू, निशांत भट्ट, ममता तिवारी, युगल किशोर, भीखम साहू, सतवंत महिलाग, महेश रावटे, तपन बॉस, इकबाल हुसैन, वेद प्रकाश साहू, संतोष साहू, सत्यम पुरी गोस्वामी, राजाराम मीन पाल ने किसान आंदोलन के समर्थन में गांधी मैदान धमतरी में बैठकर 1 दिन का भूख हड़ताल किया.

केंद्र की भाजपा की मोदी सरकार से इस किसानों के दमनकारी कानून कारपोरेट (कृषि) बिल को वापसी लेने एवं एमएसपी की समर्थन मूल्य का गारंटी देने वाली बिल पास करने की मांग करते हुए भूख हड़ताल किया और ईश्वर से प्रार्थना किया कि केंद्र की तानाशाही सरकार को सद्बुद्धि दें कि वह अन्नदाताओं का अपमान करना बंद कर उनके सम्मान में देश की खातिर इस दमनकारी कानून को वापस लेकर संवेदनशील सरकार होने का परिचय दें.

किसान मोर्चा के अधिवक्ता शत्रुहन साहू ने कहा कि किसानों की आय दुगुनी करने के वादा करने वाले बीजेपी की मोदी सरकार अडानी अंबानी के लाभ के लिए खेती खलिहान को बर्बाद करने वाली दमनकारी कानून पास कर कारपोरेट (कृषि) बिल के बारे में किसानों को गुमराह कर रहे हैं. उन्हें झूठ फैलाने के लिए देश से माफी मांगते हुए कृषि बिल को वापस लेना चाहिए.