सत्यपाल राजपूत, रायपुर। बीज उत्पादक किसानों ने आज बीज विकास निगम कार्यालय का घेराव कर दिया. किसानों ने करोड़ों के बकाया भुगतान के लिए 12 घंटे की चेतावनी दी है. भुगतान नहीं होने पर अनशन करने की चेतावनी दी है. इसमें प्रदेश के किसानों के साथ दूसरे प्रदेश के किसान भी अनशन करने पहुंचेंगे. आक्रोशित किसानों ने बताया कि दर्जनों बार मंत्री, विधायक व सांसद से आग्रह कर चुके हैं. इसके बावजूद एक भी किस्त का भुगतान नहीं हुआ. किसानों हितैषी बताने वाली सरकारी यह सच्चाई है. पिछली सरकार में एक किस्त का ही भुगतान हुआ था. लेकिन इस सरकार में तीन में से एक भी किस्त का भुगतान नहीं हुआ है. प्रदेश के लगभग 15 हजार किसान प्रति क्विंटल 685 रुपए अंतर राशि के इंतजार कर रहे, लेकिन किसानों का सब्र का बांध टूट गया है.
किसान नेता लक्ष्मीकांत पटेल ने बताया कि बीज उत्पादन करने वाले किसान है और हम बीज निगम को बीच बेचते हैं. प्रदेश भर में 45 बीच प्रक्रिया केंद्र है. बीज बेचने वाले किसानों की संख्या क़रीब 15, हज़ार है, उनके 40-45 करोड़ का भुगतान बचा हुआ है.
सरकार के वादा मुताबिक़, हमें किसान न्याय योजना के तहत उचित मूल्य निर्धारित रक़म की अंतरराशि 685 रुपए का भुगतान तीन किस्तों में होना था, लेकिन अभी तक एक भी किस्त का भुगतान नहीं हुआ है. लगातार हम साल भर से सांसद मंत्री विधायक स्थानीय नेता सभी को ज्ञापन सौंपते हैं, लेकिन आज तक कहीं सुनवाई नहीं हुई और प्रदेश सरकार अपने आप को किसान हितैषी सरकार बताती है. दूसरी ओर किसान अपने हक़ के लिए सरकारी कार्यालयों मंत्री नेता विधायकों के चक्कर काटने को मजबूर है यही सरकार की सच्चाई है.
दूसरे सीज़न के धान ख़रीदी एक तारीख़ से हैं और पिछले साल का भुगतान नहीं हुआ है. ऐसे में 12 घंटे के अंदर यदि भुगतान नहीं किया गया तो प्रदेश भर के किसान बीच केंद्र में अनशन करेंगे और इस अनशन में दूसरे राज्य के किसान शामिल होंगे.