चंडीगढ़। पंजाब में किसानों के पराली जलाने से दिल्ली की सांस अटक हुई है. सरकारी नुमाइंदे किसानों को पराली जलाने से मना कर रहे हैं, तो किसान उन्हीं पर हावी हो जा रहे हैं. ऐसा ही वाकया बठिंडा से सामने आया है, जिसमें पराली जलाने से मना करने अधिकारी के हाथों से ही किसानों ने पराली को आग लगवा दी. पूरे वाकये का वीडियो वायरल होने के बाद सीएम भगवंत मान का गुस्सा किसानों पर फूट पड़ा है.
मुख्यमंत्री मान ने गांव बुर्ज महमा के इस पूरे वाकये का वीडियो शेयर कर कहा-प्यारे पंजाबियों ये किस राह पर चल पड़े ??…सरकारी कर्मचारी पराली ना जलाने का संदेश लेकर गया पर उसी से आग लगवा दी…हवा को गुरु साहिब ने गुरु का दर्जा दिया…हम इस दर्जे को बर्बाद करने के लिए अपने हाथों में तीलियां लेकर अपने बच्चों के हिस्से की ऑक्सीजन को खत्म करने में लगे हैं…पर्चा दर्ज होने लगा है.
इसके बाद डीसी शौकत अहमद परे एवं एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना ने वीडियो में दिखाई दे रहे किसानों की पहचान के लिए पुलिस को आदेश जारी कर दिए. पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के नेता राम सिंह समेत बारह से अधिक किसानों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
जानकारी के अनुसार, शनिवार को जिला प्रशासन की ओर से अपने एक अधिकारी की अगुवाई में एक टीम को गांव बुर्ज महमा में जाकर किसानों को पराली ना जलाने का संदेश देने एवं उनको जागरूक करने के लिए भेजा गया था. जैसे ही उक्त अधिकारी गांव बुर्ज महमा में पहुंचे तो वहां पर एकत्र भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के नेता राम सिंह और अन्य किसानों ने एक अधिकारी को घेरकर उससे जबरदस्ती पराली को आग लगवाई.