रायपुर। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व रायपुर सांसद सुनील सोनी ने कृषि बिल विधेयक को किसानों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह किसानों की आजादी का ऐतिहासिक बिल है, जिस पर कांग्रेस किसानों को गुमराह करने की नाकाम कोषिष कर रही है. कृषि विधेयक बिल पूरी तरह किसानों के हित के लिए बनाया गया है, जिसमें एमएसपी समाप्त नहीं होगा, बल्कि इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि किसान अपनी उपज को किसी भी राज्य में बेच सकेंगे. किसानों को जहां और जिस राज्य में अपनी उपज का अधिक दाम मिलेगा, किसान वहां बेचेंगे. कांग्रेस को इसमें क्या परेशानी है ? किसानों के उत्थान के लिए संकल्पित प्रधानमंत्री ने जो निर्णय लिया है, वह आने वाले समय में किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करेगा. किसानों की आर्थिक स्थिति और बेहतर होगी.

सांसद सुनील सोनी ने कहा कि कांग्रेस किसानों का हित नहीं चाहती, इसलिए इसका विरोध कर रही है. कांग्रेस के प्रदर्षन को नौटंकी करार देते हुए सोनी ने कहा कि आज तो कांग्रेस ने अपनी सारी हदें पार कर दी है. सैकड़ों की संख्या में राजभवन मार्च किया. इसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है. यह कांग्रेस का दोहरा चरित्र है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार न किसानों को 2500 रूपये प्रति क्वींटल समर्थन मूल्य दे रही है और न ही किसानों को सम्मान निधि दे रही है. किसानों का धान खरीदे हुए 1 वर्ष बीत रहा है, लेकिन किसानों को 2500 रूपये नहीं दिया गया है. पिछले 70 वर्षों में कांग्रेस ने बिचौलियों के हाथों की कठपुतली बनकर किसानों को लूटने का काम किया है, आज कांग्रेस का प्रदर्षन किसानों के लिए नहीं बल्कि उन बिचौलियों के लिए है, जो उनकी उपज का उचित मूल्य किसानों तक नहीं पहुंचने देते.

सोनी ने कहा कि कांग्रेस ने आज सैकड़ों की संख्या में उपस्थित होकर कोरोना नियम की धज्जी उड़ाई है और प्रदेश में कोरोना आमंत्रित करने का काम किया है. यहां आम जनता को अपने सुख-दुख में गिने-चुने लोगों की उपस्थिति की बाध्यता है, तो क्या प्रदेश में कांग्रेसी कानून से उपर हैं ? जो नियमों को ताक में रखकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. कांग्रेस के इस प्रदर्षन के खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए.