गोपाल कृष्ण नायक,खरसिया। किसान लंबे समय से डीबी पावर की ओर से मुआवजे की मांग कर रहे है, लेकिन मांग पूरी नहीं होने पर आज किसानों ने डीबी पावर की ट्रेन ही रोक ली. काफी देर तक ट्रेन खरसिया के बासनपाली के पास रुकी रही. प्रशासन, पुलिस और किसानों के बीच बातचीत के बाद रेल रवाना किया गया. बता दें कि यह रेलवे ट्रैक रॉबर्टसन रेलवे स्टेशन से जांजगीर स्थित डीबी पावर के प्लांट तक जाता है.

किसानों की मांग पर प्रशासन और उद्योग प्रबंधन ने समय रहते ध्यान नहीं दिया. ऐसे में शुक्रवार को बासनपाली के किसानों ने डीबी पावर की रेल लाइन को रोक दिया. डीबी पावर लिमिटेड बाड़ादरहा के द्वारा रेल लाइन ले जाने से जिंदल का विद्युत लाइन को स्थानांतरण किया गया. जिसका पत्रक 2018 में प्रकाशन हो चुका है, लेकिन आज तक भूमि स्वामी को प्रभावित भूमि का मुआवजा क्षतिपूर्ति एवं पेड़ों का मुआवजा राशि का भुगतान पूर्ण रुप से नहीं दिया गया. किसानों ने प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा था. किसानों ने अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को मांग पूरी नहीं पर हड़ताल करने की बात कही थी. और कहा था कि जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक ट्रेन नहीं चलने नहीं देंगे.

बता दें कि इस रेल लाइन को बिछाने के लिए किसानों ने अपनी जमीन दी है. वर्तमान में जो मुद्दा है वह पेड़ और टावर के बदले मुआवजे का है. लंबे समय से किसानों की ओर से अपने लंबित मुआवजे की मांग उद्योग प्रबंधन एवं प्रशासन से करता रहा है. काफी दिन होने के बाद आज रेलवे ट्रैक पर ही किसानों का आक्रोश फूट पड़ा और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर डीबी पावर की कोल परिवहन कर वापस होने वाला ट्रेन को उन्होंने रोक दिया. त्रिपक्षीय वार्ता करने कि सहमति से प्रशासन किसान प्रबंधन के मध्य होने की सहमति के पश्चात रेल रवाना किया गया.