समीर शेख, बड़वानी। मध्यप्रदेश की कथित किसान हितैषी भाजपा सरकार में राज्य के किसान परेशान है। अपनी विभिन्न परेशानियों को लेकर भारतीय किसान संघ के बैनरतले किसानों ने कलेक्टर कार्यालय के सामने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। एक घंटे तक प्रदश्र्र और नारेबाजी के बाद सीएम शिवराज के नाम ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा गया। इस दौरान वहां पर बड़ी सख्या में पुलिस के जवान तैनात थे। कलेक्टर कार्यालय के सामने किसानों के बैठ जाने के कारण कर्मचारी सहित विभिन्न कामों से दफ्तर आने वाले लोगों को भी परेशानी हुई।
भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष मंशाराम पंचोले ने बताया कि किसानों को वर्ष 2019-20 की फसल बीमा की राशि अभी तक नहीं मिली है। वर्ष 2018 अतिवृष्टि के कारण फसल नुकसानी का मुआवजा भी नहीं मिला है। इसी तरह मध्यप्रदेश विद्युत मंडल द्वारा बिजली का शेड्यूल को बदल दिया गया है जिससे किसानों को सङ्क्षचाई में परेशानी हो रही है। किसानों को रात में भी बिजली नहीं दी जा रही है इससे किसान परेशान है। किसानों ने पूर्व की तरह शेड्यूल बनाकर बिजली देने की मांग की है।
झूठे केस वापस लिया जाए
किसान संघ के दयाराम पाटीदार ने बताया कि बिजली विभाग ने उद्यानिकी फसलों की खेती करने वाले किसानों पर झूठे केस बनाए हैं। सभी मामले वापस लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। सरकार के दावे के विपरीत जिले में यूरिया व डीएपी खाद की कमी बनी हुई है। ऐन सीजन में खाद नहीं मिलने से किसान परेशान है। खाद की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। मिर्ची की फसल वायरस और रिमझिम बारिश की वजह से खेतों में ही पूरी तरह से सड़ गई है। राजस्व विभाग ने बीमा कंपनी से सर्वे कराया और झूठे आंकड़े पेश किए। ऐसे में सही जांच कर किसानों को बीमा क्लेम व राहत राशि दिलवाई जाए। इस अवसर पर जिलेभर के किसान प्रतिनिधि एवं किसान उपस्थित थे।
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