राम कुमार यादव, अंबिकापुर। श्मशान घाट में आज उस समय सभी की आंखें नम हो आई, जब एक मां ने पिता की गैरमौजूदगी में अपने 13 साल के बेटे को मुखाग्नि दी. महिला के साथ मिलकर समाजसेवी संस्था अनोखी सोच ने अंतिम संस्कार का पूरा खर्च उठाया.

मृतक विमलेश कुमार लगभग 4 महीने पहले अपने माता-पिता के साथ 4 महीने पहले उत्तर प्रदेश से अम्बिकापुर आया हुआ था. माता-पिता दोनों मजदूरी करते थे, अम्बिकापुर के बाबुपरा में किराया में रहते थे.

कुछ दिनों पहले तबीयत ठीक नहीं होने की वजह से मां ने बच्चे को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां शुक्रवार रात 11 बजे मौत हो गई. बच्चे के पिता बसंत लाल लॉकडाउन होने के कारण उत्तर प्रदेश से बच्चे के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच पाया, जिसकी वजह से मां को बेटे की मुखाग्नि देनी पड़ी. इसमें समाजसेवी संस्था अनोखी सोच ने भी सहयोग दिया.