संदीप शर्मा, विदिशा। जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। बक्सरिया क्षेत्र में युवक अपनी दो साल की बेटी के सामने ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मासूम रात भऱ पिता के लाश के सामने बिलखती रही। रविवार सुबह जब मृतक के भाई घर पहुंचा तो धक्का देने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला। खिड़की से झांक कर देखा तो मंजर देखकर उसका दिल दहल गया। इसके बाद दरवाजा तोड़कर मासूम बच्ची को बाहर निकाला।

दरअसल कोतवाली थाना अंतर्गत बक्सर क्षेत्र में रहने वाले 38 वर्षीय प्रदीप अहिरवार ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दिल दहला देने वाला मामला यह रहा कि युव का शव 12 घंटे से ज्यादा समय तक फांसी से लटकता रहा। इतने ही समय तक उसकी 2 साल की मासूम बेटी रोनक उसी घर में अकेली तो रोती बिलखती रही।

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रविवार सुबह जब मृतक के भाई घर पहुंचे और दरवाजा नहीं खुला। घधर के अंदर से बच्ची के रोने की आवाज आई। खिड़की से झांक कर देखा तो उसका भाई फांसी के फंदे पर झूल रहा था। पुलिस की मौजूदगी में मोहल्ले वालों के साथ मिलकर दरवाजा तोड़ा गया मासूम बच्ची को बाहर निकाला गया। इसके बाद मृतक के शरीर को फांसी से उतारा। 2 साल की मासूम बच्ची का रात भर अकेले घर में होने की खबर सुनकर पूरा मोहल्ले के लोग सकते में हैं।

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पत्नी की मौत के सदमे में उठाया ये कदम
मृतक के चाचा ने बताया कि मई महीने में प्रदीप की पत्नी किरण की कोरोना के कारण मौत हो गई थी। तभी प्रदीप परेशान करने लगा मासूम बच्ची के साथ वह इस घर में अकेला रहता था। खेती किसानी का काम करने वाले प्रदीप मासूम बच्ची के पालन और पत्नी की जुदाई से परेशान होकर इतना बड़ा कदम उठाने को मजबूर हुआ है।

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